बिजली कनेक्शन कांड: अब इज्जत बचाते घूम रहे हैं भाजपा नेता

शिवपुरी। मोदी लहर के चलते अकड़ में घूम रहे शिवपुरी के 2 भाजपा नेताओं ने बिजली के बिल नहीं भरे तो बिजली कंपनी ने उनका कनेक्शन काट दिया। कनेक्शन कट होने के बाद समझ आया कि ये तो अपमानजनक मामला हो गया तो आनन फानन में बिल जमा करा कनेक्शन फिर शुरू करवाया और अब इज्जत बचाने के लिए नेताटाइप बयान जारी किए जा रहे हैं, लेकिन बिजली कंपनी अभी भी अपने मुकाम पर अडिग है।

मामला नगरपालिका अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना एवं पूर्व विधायक माखनलाल राठौर के निवास के बिजली कनेक्शनों का है। बिजली कंपनी का कहना है कि दोनों ने लम्बे समय से बिल नहीं भरा था, अंतत: कंपनी ने कनेक्शन कट कर दिया। बाद में बिल जमा हो जाने पर कनेक्शन फिर चालू कर दिया गया। 

इधर नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रिशिका अनुराग अष्ठाना और पूर्व विधायक माखनलाल राठौर ने बिजली अधिकारियों पर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है।
नगरपालिका अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना का तो कहना है कि नगरपालिका के ट्यूबबैल हाईडेंट और स्ट्रीट लाइटों के बढ़े हुए बिलों के समायोजन के बाद से ही बिजली अधिकारी उनके प्रति द्वेष पाले हुए हैं क्योंकि समायोजन के बाद उनका टारगेट पूरा नहीं हुआ। जिससे कंपनी को नुकसान हो रहा है। इस कारण बिजली अधिकारी हम पर व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं और हमारे प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहे हैं जबकि मामले की सत्यता यह है कि बिजली कंपनी ने जो मीटर लगाए हैं वह फास्ट रीडिंग दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक माखनलाल राठौर का कहना है कि उनका तो कनेक्शन विच्छेद नहीं किया गया और फास्ट चलने के कारण सिर्फ उनका मीटर बदला गया है, लेकिन बिजली अधिकारी बिल न देने की बात कहकर उनकी छवि खराब कर रहे हैं।   

कल नपाध्यक्ष रिशिका अनुराग अष्ठाना और पूर्व विधायक माखनलाल राठौर के विद्युत कनेक्शन यह कहकर काट दिए कि उनके द्वारा कई महीनों से बिजली बिल की राशि जमा नहीं की गई है। जिससे उनके बिल की राशि लाखों रूपये हो गई है। कनेक्शन कटने के बाद दोनों ने बिजली बिल की राशि का 50 प्रतिशत जमा किया तब कहीं जाकर उनका कनेक्शन चालू किया गया। यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय रही। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार नपाध्यक्ष की सास मिथलेश अष्ठाना जो पूर्व विधायक स्व. सुशील बहादुर अष्ठाना की पत्नी हैं उनके नाम से नपाध्यक्ष रिशिका अनुराग अष्ठाना के घर दर्पण कॉलोनी में विद्युत कनेक्शन है। जिसका बिल लंबे समय से बकाया था और उक्त बिल की राशि बढ़कर 1 लाख के करीब हो गई। इसी तरह पूर्व विधायक माखनलाल राठौर की पत्नी रामप्यारी राठौर के नाम से आदर्श कॉलोनी में स्थित मकान में विद्युत कनेक्शन लगा हुआ है जिसके बिल की राशि करीब 30 से 35 हजार रूपये हो गई थी। इसके बाद दोनों के कनेक्शन काट दिए गए जो बाद में 50 प्रतिशत राशि जमा करने के बाद शुरू किए गए। 

बसूली का टारगेट पूरा नहीं हुआ इसलिए मुझे टारगेट बना रहे हैं: नपाध्यक्ष 
नपाध्यक्ष रिशिका अष्ठाना ने विद्युत मण्डल पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले उनका बिल 5 से 6 हजार रूपये प्रतिमाह आता था वह मीटर लगने के बाद से 15 हजार हो गया। जिसकी लिखित शिकायत भी उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों से की, लेकिन आज तक उनकी समस्या पर कोई ध्यान केन्द्रित नहीं किया गय है। इस कारण उन्होंने बिल जमा नहीं किया और अब वह छवि धूमिल करने के लिए कनेक्शन विच्छेद करने की बात कह रहे हैं। मेरे द्वारा 50 हजार रूपये की राशि जमा की गई है । इसके बाद नया मीटर लगाया गया है। साथ ही बिजली अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि अगले माह जो मीटर की रीडिंग होती है उस हिसाब से उनका बिल संशोधित कर दिया जाएगा। 

मेरा कनेक्शन विच्छेद नहीं किया मीटर बदला है: माखनलाल
बिजली अधिकारी कनेक्शन विच्छेद करने की जो बात कह रहे हैं वह सरासर गलत है। मैं पिछले काफी समय से बढ़े हुए बिल के कारण परेशान था। जिसकी शिकायत भी मैंने बिजली अधिकारियों से की थी और मेरे द्वारा बकाया बिल की राशि तीन दिन पहले जमा कर दी गई थी और कल विभाग के अधिकारी मेरा मीटर बदलने के लिए वहां आए थे लेकिन अब वह मेरे कनेक्शन विच्छेद करने की झूठी बात कहकर मेरी छवि धूमिल कर रहे हैं। 

इनका कहना है
मुझे मेरे अधीनस्थों ने जानकारी दी है कि पूर्व विधायक माखनलाल राठौर और नपाध्यक्ष रिशिका अष्ठाना द्वारा बिजली की राशि जमा नहीं की है। जिस कारण उनका कनेक्शन विच्छेद किया गया है। कनेक्शन विच्छेद होने के बाद दोनों ने बिल की राशि जमा कर दी है। 
डीई श्री शर्मा
विद्युत वितरण कंपनी शिवपुरी

जनता सब समझती है जनाब
अब इन नेताओं को कोई समझाए कि जनता बेवकूफ नहीं रही। सब समझती है। यदि बिजली कंपनी ने कनेक्शन कट ना किए होते तो खंडन बिजली कंपनी की ओर से जारी होता। नेताओं को बयान जारी ना करने पड़ते।