शिवपुरी। कम्प्यूटर ऑपरेटर एक गलती और खनियाधाना का एक किसान अब इस देश का नागरिक नही रहा और उसे इस देश की योजनाओ का लाभ लेने इस देश का नागरिक होने के सबूत पेश करने पड रहे है। दर्जनो बार अधिकारियों को अपनी जमीन को अपने नाम करवाने आवेदन दिए,परन्तु अभी तक उसकी सुनवाई नही हो सकी है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पहाड़ाखुर्द निवासी हीरा पुत्र छतुवा गडरिया की भूमी सर्वे नंबर 830, 831,845, 852, 856 भू-अधिकारी अभिलेख पत्र में में वर्ष 1985-86 से उसके नाम पर दर्ज है। क प्यूटर से एंट्री के दौरान शासकीय दस्तावेजों में उक्त जमीन को वर्ष 2011 के उपरांत शासकीय जमीन इंद्राज कर दिया गया है। वृद्घ किसान दो वर्ष से शासकीय कार्यालयों के दर्जनों चक्कर लगा चुका है परंतु उसकी जमीन को उसके नाम पर इंद्राज नहीं किया गया।
नही मिल पर रहा है शासकीय योजनाओ का लाभ
क प्यूटर में किसान की जमीन शासकीय घोषित होने के उपरांत किसान को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है ओला वृष्टि से हीरा की फसल खराब होने पर उसे मुआवजा महज इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि उसकी जमीन दस्तावेजों में सरकारी घोषित हो चुकी।
विभाग को जानकारी के बाद भी नही सुधारी गलती
किसान द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के बाद तहसील द्वारा जांच कराई गई सित बर 2013 में की गई जांच में यह स्पष्ट भी हो गया कि क प्यूटर में जो जमीन सरकारी घोषित वह जमीन हीरा गडरिया की ही है और वर्ष 1985-86 से उसके नाम पर दर्ज है इसके बावजूद आज तक जमीन हीरा के नाम पर इंद्राज नहीं की गई है हीरा मामले की कई बार शिकायत कर चुका है।
मामला मेरे संज्ञान में है इसके लिए मेरे पास कलेक्टर साहब का फोन भी आया था हीरा की जमीन टेक्निकल फाल्ट के कारण अपग्रेडेशन दौरान सरकारी इंद्राज हो गई है वह तहसील आकर हमें अपनी जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज दिखवा दे हम उसकी जमीन की एंट्री सही करवा देंगे ऐसी गलती तकनीकी समस्या की वजह से हुई है।
जेपी गुप्ता
तहसीलार खनियाधाना
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