जनधन योजना: 0 बैंलेस पर नही खुल रहे खाते

शिवपुरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रधानमंत्री जनधन योजना को शिवपुरी में पलीता लगना शुरू हो गया है। बैंक ऑफ इण्डिया में जीरो बैलेंस से खाता खुलवाने की तमन्ना लेकर आए अनेक लोगों को उस समय निराश होना पड़ा जब बैंक के कर्मचारियों ने कहा कि उनका खाता 500 रूपये जमा करने पर ही खुलेगा।

विगत दिवस कुछ ग्रामीण योजना के लाभ सुनकर बैंक ऑफ इण्डिया की एबी रोड शाख पर पहुंचे और उन्होंने खाते खोलने के लिए आवेदन जमा किया तो उन्हें बैंक प्रबंधन ने बगैर पांच सौ रूपये की राशि जमा किए खाता न खोलने की बात कही। जिस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और बैंक के बाहर खड़े होकर उन्होंने सरकार तथा बैंक को कोसना शुरू कर दिया।

बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा प्रबंधक शशि पण्डित ने स्वीकार किया कि उनकी बैंक में पांच सौ रूपये जमा कर खाते खोले जा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि यह राशि नियमों के तहत ही ली जा रही है।
    
सिरसौद क्षेत्र के सिकरावदी का रहने वाला रोशन जाटव पुत्र लक्खू जाटव, गोविंदी पुत्र फोसूराम जाटव, बद्री पुत्र चेऊ जाटव, विकास रावत पुत्र नवल सिंह रावत निवासी खौरघार ने बताया कि उनके गांव के लोगों ने कहा था कि बैंकों में जीरो बैलेंस पर खाते खोले जा रहे हैं और इसके फायदे भी गिनाए कि खाता खुलने पर एक लाख रूपये का बीमा मिलेगा तथा 6 माह तक सही ढंग से खाता चलाने पर  पांच हजार रूपये का जब चाहे तब ऋण ले सकते हैं और जमा कर सकते हैं। यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री जनधन योजना शुरू की है और जीरो बैलेंस पर खाते खोलने के लिए बैंकों को टारगेट भी दिए।

इस जानकारी के बाद उक्त ग्रामीण बैंक ऑफ इण्डिया की शिवपुरी शाखा में पहुंचे तो हतप्रभ रह गए। क्योकि बैंक कर्मचारी खाता खोलने के लिए उनसे खाते में पांच सौ रूपये जमा कराने की बात कह रहे थे। जिस पर ग्रामीणों ने बैंककर्मी से कहा कि उन्हें उक्त खाते के बारे में जानकारी मिली है कि जीरो बैलेंस पर खाते खोले जा रहे हैं। लेकिन बैंककर्मी ने उनके खाते खोलने से इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर ग्रामीण बिना खाता खुलवाए चले गए।

पांच सौ रूपये जमा करने पर मिलेगी सुविधा : शाखा प्रबंधक
बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा प्रबंधक शशि पण्डित ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें 200 खाते जीरो बैलेंस पर खोलने का लक्ष्य दिया गया था और इसके विपरीत उनकी बैंक ने एक हजार खाते जीरो बैलेंस पर खोले हैं। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि अब खाताधारकों से क्यों पांच सौ रूपये जमा कराए जा रहे हैं तो उनका जवाब था कि जिन्होंने जीरो बैलेंस पर खाता खोला है उन्हें भी राशि जमा करानी होगी। अन्यथा उन्हें न तो डेबिट कार्ड मिलेगा और न ही एक लाख रूपये के दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा।

बीमा की किस्त तो उन्हें भरनी ही होगी और यह राशि उनके खाते से जाएगी। वरिष्ठ प्रबंधक का जवाब था कि प्रधानमंत्री द्वारा यह योजना शुरू की गई है, लेकिन लोगों को योजना की वास्तविकता से अवगत नहीं कराया गया है उन्हें सिर्फ जीरो बैलेंस पर खाता खोलने और 1 लाख का दुर्घटना बीमा मिलने की जानकारी दी गई, लेकिन वास्तविकता यह है कि खाते में जब तक बैलेंस नहीं होगा तब तक न तो उन्हें डेबिट कार्ड मिलेगा और न ही उनका बीमा। 

जिनके पुराने खाते हैं उन्हें नया खाता खोलने की जरूरत नहीं
प्रधानमंत्री जनधन योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए देशभर में खाते खोलने की प्रक्रिया शुरू है। जिसके लिए शासन और प्रशासन प्रयासरत् हैं। लेकिन अधिकतर खातेधारक जिनके पहले से ही बैंकों में खाते हैं उन्हें इस योजना का लाभ लेने के लिए अलग से खाता नहीं खुलवाना पड़ेगा। हालांकि बैंक प्रबंधन का कहना है कि इस बारे में अभी ठीक से दिशा निर्देश आए नहीं है कि दुर्घटना बीमा और डेबिट कार्ड के लिए कौन पात्र है तथा कौन नहीं?