शिवपुरी के लिए अभिशाप बन गई सीवर लाइन की खुदाई

शिवपुरी। शिवपुरी के लिए मुसीबत बन चुकी सीवर लाइन खुदाई में निर्माण कंपनी मालामाल हो रही है, जिस पर जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौन होकर बैठे हैं। शहरभर में खुदाई कर बड़े-बड़े गड्ढे खोद दिए हैं और उससे निकली मुरम व पत्थरों को कंपनी के ठेकेदारों ने बिना कोई रॉयल्टी कटवाए विक्रय कर दिया। जिससे अब गड्ढे पूर्ण रूप से नहीं भर पा रहे हैं और मिट्टी धसकने से हादसे भी घटित हो रहे हैं।

विदित हो कि 62 करोड़ रूपये की लागत से सीवर प्रोजेक्ट के तहत शहर में सीवर लाइन की खुदाई की जा रही है, लेकिन निर्माण कंपनी टेण्डर के समय तय की गई शर्तों के विरूद्ध कार्य कर रही है। जिसका खामियाजा शहरवासी उठा रहे हैं। स्थिति यह है कि बरसात के कारण किए गए गड्ढ़ों की मिट्टी धसक रही है और आए दिन वाहन गड्ढ़ों में फंस रहे हैं। वहीं पैदल चलने वाले राहगीर भी कीचड़ में फंस रहे हैं।

जबकि निर्माण कंपनी द्वारा डाले गए टेण्डर में शर्तें रखी गई थीं कि खुदाई के बाद सड़क को समतल किया जाएगा लेकिन इस शर्त के विपरीत निर्माण कंपनी शहर में खुदाई का कार्य कर थोड़ी सी मिट्टी डालकर गड्ढ़ों को भर रही है और बाकी बची मिट्टी का अवैध परिवहन किया जा चुका है और जिन जगहों पर खुदाई चल रही है वहां पड़ी मिट्टी का परिवहन किया जा रहा है।

इसके साथ श्मशान भूमि क्षेत्र में निकले बड़े-बड़े पत्थरों को काटकर उनके खण्ड़े बनाए जा रहे हैं और उसे बाजार में बिना रॉयल्टी के बेचा जा रहा है। जिससे शासन को लाखों रूपये के राजस्व की हानि हो रही है। जबकि जिला प्रशासन इस पूरे कारनामे पर कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं हो रहा है और निर्माण कंपनी के ठेकेदार जनता को तकलीफें देकर मालामाल हो रहे हैं।

वहीं शिवपुरी के जनप्रतिनिधि भी अपने कर्तव्यों से पल्ला झाड़कर चुप बैठे हैं। यह समस्या शहर के लिए अभिशाप बनती जा रही है। जहां अब सड़कों के स्थान पर बड़े-बड़े गड्ढ़े और कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रही है। वहीं हल्की सी बारिश होने से उन गड्ढ़ों में पानी भरना शुरू हो गया है। जिससे मच्छर भी पनपने शुरू हो गए हैं और बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।