हाई बॉल्टेज से फुंके आधा दर्जन घरों के विद्युत उपकरण

शिवपुरी। रात्रि कृष्णपुरम कॉलोनी में अचानक बॉल्टेज हाई हो गया और एक-एक कर करीब आधा दर्जन लोगों के घरों में रखे विद्युत उपकरण फुक गए और पूरी कॉलोनी में अंधेरा पसर गया। जिससे रात्रि के समय गर्मी के कारण वहां के वाशिंदे सो नहीं पाए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कृष्णपुरम कॉलोनी सेसई वालों के पीछे रहने वाले कैलाश शर्मा, महेश गुप्ता, धमेन्द्र सोनी, गणेश शर्मा, पवन शर्मा सहित अनेक लोगों के घरों में रात्रि करीब ढाई बजे बॉल्टेज बढ़ जाने से डाली गई केबिल जल गई। 

जिससे घरों में लगे विद्युत उपकरण फुक गए और कई उपकरण आवाज करके जल गए। कॉलोनी के कैलाश शर्मा के घर में लगे दो पंखे और टीव्ही जल गए। उनके साथ ही महेश गुप्ता के दो पंखे और बल्व फुक गए, धमेन्द्र सोनी के घर में रखा फ्रिज और सीएफएल सहित दो पंखे फुक गए वहीं गणेश शर्मा का पंखा और सीएफएल, पवन शर्मा का एक कूलर, पंखा, सीएफएल, टीव्ही, राजवीर के घर में रखा कूलर फुक गया। 

भीषण गर्मी में जहां लोगों का सोना मुहाल हो गया। वहीं उपकरण फुक जाने से नुकसान भी हो गया। जिसकी शिकायत करने के लिए पीडि़तों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन विभाग के किसी भी अधिकारी का फोन नहीं लगा। इसके बाद लोगों ने बिजलीघर पर विभाग द्वारा स्थापित किए गए उपभोक्ता केन्द्र पर फोन लगाया, लेकिन वहां भी किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। 

जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया और आज सुबह कंपनी द्वारा किए गए कार्य को गुणवत्ताविहीन बताते हुए शिकायत करने की बात कही। साथ ही विभाग के अधिकारियों व कंपनी के अधिकारियों के बीच सांठगांठ होने का आरोप भी लगाया।

इससे पहले भी हो चुके हैं कई हादसे
बीती रात्रि कृष्णपुरम कॉलोनी में विद्युत उपकरण फुंकने की घटना घटित हुई है। इससे पहले भी जवाहर कॉलोनी, पुरानी शिवपुरी, राजपुरा रोड, फिजीकल कॉलोनी, सईसपुरा कॉलोनी सहित अनेकों स्थानों पर उपकरण फुकने और करंट फैलने की घटनाएं घटित हो चुकी हैं और इन घटनाओं में बहुत से लोग घायल हो चुके हैं और कई जानवर भी करंट के लगने से मर चुके हैं।

 इसके बाद भी विद्युत विभाग ने गुणवत्ताविहीन सामग्री प्रयोग किए जाने वाली कंपनी और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की जहमत तक भी नहीं उठाई है। जिस कारण शहर में इस तरह की घटनाओं में इजाफा होता चला जा रहा है और शहर में जिन अन्य जगहों पर केबलिंग का कार्य किया जा रहा है। वहां भी गोदरेज कंपनी द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है।