तलघर निर्माताओं पर कार्रवाई नहीं कर पा रहा है प्रशासन

शिवपुरी। शहर की अधोसंरचना को गड़बड़ाकर अवैध तलघर निर्माणकर्ताओं जमीन को खोदकर तलघरों का निर्माण कर दिया और उस पर बड़े-बड़े शॅपिंग मॉल तान दिए गए। प्रशासन की नाक के नीचे अवैध रूप से बनाए जा रहे हैं।

तलघरों को रोक के बावजूद भी पूर्ण कर लिया गया है जबकि इस मामले में कलेक्टर आरके जैन के हस्तक्षेप के बाद रोक लगाई गई थी और नपा सीएमओ अशोक रावत ने तलघरियों को नोटिस जारी कर कोतवाली में दो तलघर निर्माणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की अनुशंसा की।

लेकिन कुछ दिनों बाद ही नपा सीएमओ श्री रावत राजनैतिक दवाब के चलते कार्रवाई करने से कतरा गए और मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कहकर अपने पल्ला झाड़ लिया और लंबे अवकाश पर चले गए। इस मामले को कई माह बीत चुके हैं और प्रशासन की सुस्ती का फायदा उठाकर अवैध तलघर निर्माणकर्ताओं ने अपने निर्माण भी पूर्ण कर लिए हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई इन लोगों के खिलाफ की गई है।

वहीं एसडीएम और प्रभारी नपा सीएमओ डीके जैन भी पूरे मामले में अनभिज्ञता जाहिर कर अपना पल्ला झाड़ते हुए गेंद एई पीएस कुशवाह के पाले में डाल दी। लेकिन श्री कुशवाह भी कोई जवाब न देते हुए गेंद सब इंजीनियर आरडी शर्मा के पाले मे डाल दी। जिससे लगता है कि नपा कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है।

यहां उल्लेख करना प्रासांगिक होगा कि शिवपुरी नगरपालिका की अक्षमता के कारण जहां भारी भ्रष्टाचार और लचरता ने पूरी नगरपालिका को अपने कब्जे में ले लिया है। जिसकी परिणिति यह हुई कि शहर में अवैध कब्जे, फर्जी बीपीएल कार्ड, खरीदी सहित निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। यहां तक कि शहरभर में प्रशासन द्वारा रोक लगाने के बावजूद भी नपा अधिकारियों ने अवैध तलघर निर्माणकर्ताओं के साथ सांठगांठ कर निर्माण कार्यों को पूर्ण करा दिया गया। यहां तक कि जि मेदार अधिकारियों ने इन लोगों पर कार्रवाई करने से भी पल्ला झाड़ दिया और निर्माण की खुली छूट दे दी।

आज शहर में बिना अनुमति के  लगभग दो दर्जन अवैध तलघर बनकर तैयार हो चुके हैं और उक्त तलघरों को नियम विरूद्ध व्यवसायिक गतिविधियों में उपयोग किया जा रहा है, लेकिन जिला प्रशासन और नपा प्रशासन चुप्पी साधकर बैठा हुआ है। इस मामले में कलेक्टर आरके जैन ने हस्तक्षेप किया, लेकिन वह भी राजनैतिक दबाव के चलते उक्त लोगों पर कार्रवाई करने से कतरा गए।

यहां तक कि सीएमओ अशोक रावत के अवकाश पर चले जाने के बाद प्रभार ग्रहण करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी अशोक शर्मा भी कार्रवाई करने में असफल रहे और अनुविभागीय दण्डाधिकारी व नपा के प्रभारी सीएमओ डीके जैन भी अवैध तलघर निर्माणकर्ताओं पर कार्रवाई करने की हि मत नहीं जुटा पा रहे हैं और कार्रवाई के लिए एई पीएस कुशवाह को सक्षम बता रहे हैं। जबकि श्री कुशवाह शहर से बाहर होने की बात कहकर कार्रवाई के लिए सब इंजीनियर आरडी शर्मा को सक्षम बता रहे हैं। जिससे यह तो सिद्ध होता है कि नपा कार्रवाई करने में अक्षम है।