बिजली कटौती से हो रहा जनजीवन प्रभावित, कटौती से जनमानस में रोष

शिवपुरी। बरसात की शुरूआत में ही शहर की बिजली व्यवस्था दम तोड़ गई प्रतीत हो रही है। रोजाना फॉल्ट हो रहे हैं और इलाकों की बत्तियां रात-रातभर गुल हो रही हैं। शहर में प्रतिदिन चार से पांच घंटे की बिजली कटौती अलग से हो रही है। सबसे खराब स्थिति फतेहपुर क्षेत्र की है।
यहां के वाशिंदों का कहना है कि पिछले 15 दिन से सुबह 9 बजे से गई लाइट शाम 6 बजे वापिस आती है। कल तो बरसात होने के कारण फतेहपुर में शाम 7 बजे से गुल हुई लाईट रात 11:30 बजे आई। जिससे नागरिकों में आक्रोश बना हुआ है। 

बरसात से पूर्व बिजली कंपनी ने मेंटीनेंस कर वादा किया था कि बरसात में इस बार फॉल्ट नहीं होंगे और बिजली नहीं जाएगी। लेकिन बारिश के पहले दौर में ही बिजली कंपनी के दावों की पोल खुल गई। 10-5 मिनिट की बरसात में ही लाइट बंद कर दी जाती है। वहीं इलाकों में फॉल्ट भी धडल्ले से हो रहे हैं। फॉल्ट होने के बाद घंटों तक बिजली नहीं आती। शहर का कोई इलाका ऐसा नहीं है कि जो बिजली समस्या से त्रस्त न हो। सदर बाजार, प्रगति बाजार, कोर्ट रोड जैसे व्यवसायिक क्षेत्रों में तीन से चार घंटे की अघोषित कटौती हो रही है। 

कई बार तो इस क्षेत्र में पांच-पांच मिनिट से लाइट आने और जाने का सिलसिला जारी रहता है। बिजली कटौती से पेयजल समस्या भी प्रभावित हो रही है। महल कॉलोनी, विवेकानंद कॉलोनी, गौतम बिहार आदि इलाकों में जर्बदस्त बिजली संकट बना हुआ है। विवेकानंद कॉलोनी में 24 घंटे बिजली देने का दावा किया गया था, लेकिन इसके बाद भी हालात बहुत बद्तर हैं। यहां आए दिन बिजली गुल हो रही है। फतेहपुर इलाके के नागरिक पिछले 15 दिन से बिजली समस्या से परेशान हैं। इस इलाके में रहने वाले कांग्रेस नेता केशव सिंह तोमर बताते हैं कि सुबह 9 बजे गई हुई बिजली 7-8 घंटे के बाद ही वापिस आती है और गर्मी में यहां के नागरिकों का जीना मुश्किल हो जाता है। 

उनका आरोप है कि बिजली विभाग इस क्षेत्र के लोगों से सौतेला व्यवहार कर रहा है। दिन के साथ-साथ रात में भी बिजली कटौती का सिलसिला बना हुआ है। दिक्कत यह भी है कि बिजली जाने की शिकायत जब चाबीघर पर की जाती है तो पहले वहां फोन नहीं उठता। फोन की घंटिया घनघनाती रहती हैं और वहां मौजूद कर्मचारी उसे रिसीव नहीं करते। चाबीघर पर आकर शिकायत दर्ज कराने के बाद भी घंटों तक बिजली ठीक नहीं होती। जबकि दूसरी ओर उपभोक्ताओं के पास मनमाने बिल आने का सिलसिला जारी है।