सरकारी जमीन को नोटरी कराकर बेच डाला

शिवपुरी। खनियांधाना थाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप के सामने स्थित 100 बाई 45 के शासकीय भूमि के टुकड़े को अतिक्रामक ने स्टाम्प पर नोटरी कराकर बेच दिया। जिस पर खरीददार ने मकान बनवा लिया।

इस मामले में तहसीलदार ने नोटिस देकर भूमि से संबंधित कागजात मांगे तो खरीददार ने विक्रेताओं द्वारा दिए गए कब्जे के कागजात पेश किए। जिसे तहसीलदार ने अमान्य घोषित करते हुए विक्रेता पति-पत्नी सहित खरीददार के खिलाफ थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

खनियांधाना में पेट्रोल पंप के पास स्थित बेशकीमती शासकीय भूमि पर दौलत पुत्र परीक्षत परीहार और उसकी पत्नी बाईवेव ने अतिक्रमण कर कब्जा कर रखा था। इस जमीन पर अतिक्रामक झोंपड़ी बनाकर निवासरत् था। बाद में अतिक्रामक ने उक्त भूमि को बेचने की योजना तैयार की और उसे वीरेन्द्र पुत्र बाबू सिंह यादव को 29 अगस्त 2008 में एक स्टा प पर नोटरी कराकर बेच दिया। बाद में पटवारी ने उक्त भूमि से संबंधित रिपोर्ट तहसीलदार को सौंपी।

जिस पर तहसीलदार ने नोटिस जारी कर भूमि से संबंधित कागजातों की मांग की। के्रता ने खरीदी गई जमीन से संबंधित नोटरी युक्त स्टा प तहसीलदार के समक्ष प्रस्तुत किए। जिसे तहसीलदार जेपी गुप्ता ने आमान्य मानते हुए उक्त भूमि से कब्जा हटाने का निर्देश दिया, लेकिन इसे बावजूद भी वीरेन्द्र यादव ने कब्जा नहीं हटाया। बाद में श्री गुप्ता ने क्रेता और विक्रेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पत्र लिखा जिसके आधार पर पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।