शिवपुरी के कालाकारो की फिल्म शवाना की पाठशाला का प्रर्दशन

शिवपुरी। नगर के युवा फिल्म निर्माता, निर्देशक और पठकथा लेखक मुकेश अग्निहोत्री ने अपने बैनर सरलाजी फिल्मस मुबंई द्वारा नगर के प्रतिष्ठित कलाकारों और रंगकर्मियों के समक्ष अपनी नवनिर्मित फिल्म शवाना की पाठशाला का प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी श्री विजय भार्गव के निवास स्थान पर किया गया। जिसमें  दिनेश वशिष्ठ, अरूण अपेक्षित, विजय भार्गव, सुधीर चावला, चेताली चतुर्वेदी, श्रीमती अर्चना सक्सेना आदि उपस्थित थे। फिल्म पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नगर के वरिष्ठ कलाकार अरूण अपेक्षित ने इसे बालिका शिक्षा के लिए एक प्रभावी फिल्म निरूपित किया।


फिल्म शवाना की पाठशाला की अवधि एक घंटा पांच मिनिट है और यह मध्यप्रदेश शासन की स्कूल चलों अभियान योजना के अंतर्गत विशेषकर महिला साक्षरता पर आधारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा पर ध्यान न देने और समाज की रूढि़वादी मानसिकता को यह लघु फिल्म बड़े ही प्रभावी ढ़ंग से व्यक्त करती है। फिल्म की कसाबट और पाश्र्व संगीत व्यवसायिक फिल्मों के सामांन्तर है। निर्माता निर्देशक मुकेश अग्निहोत्री ने फिल्म का अंत बड़े ही भावनात्मक और प्रतिकात्मक रूप से किया है।

फिल्म अंत में दर्शकों की भीगी पलकों में बालिकाओं को शिक्षित करने का संकल्प दे जाती है। पूरी फिल्म शिवपुरी नगर में और उसके आसपास के परिवेश में फिल्माकिंत की गई है। कैमरामेन प्रदीप चौरसिया ने शिवपुरी के परिदृश्यों को बड़ी ही खूबी के साथ पर्दे पर उतारा है। जोगेश शाक्य का संगीत मधुर है। इस फिल्म में वरिष्ठ कलाकार विजय भार्गव, सुधीर चावला, मृदुल शर्मा अतुल गौड़, कु. चैताली चतुर्वेदी, शुभ्रा चतुर्वेदी, खुशी बत्रा ने बड़ा स्वाभाविक और मार्मिक अभिनय किया है। फिल्म पूरे समय तक दर्शकों को बांधे रखती है। संपूर्ण साक्षरता के क्षेत्र में यह फिल्म बड़ी उपयोगी हो सकती है।