शहर में नालों से बाहर निकल रहे मगर, लोगों में भय का वातावरण

शिवपुरी। शिवपुरी शहर में मगर निकलने की घटना अब आम होती जा रही है। दिन प्रतिदिन मगर जाधव सागर और चांदपाठे से निकलकर कॉलोनियों में विचरण करते देखे जा रहे हैं। अभी हाल ही में मनियर क्षेत्र और बीएसएनएल कॉलोनी सहित अनेकों स्थानों पर मगर निकलने की घटनाएं घटित हो चुकी हैं। जिन्हें वन विभाग की टीम ने पकड़कर सिंध में छोड़ दिया है।

ऐसी ही एक घटना बीती रात्रि विजयपुरम कॉलोनी में संतोषी माता मंदिर के पास घटित हुई। जहां एक मगर को घूमते देख लोग दंग रह गए और तुरंत उसकी सूचना वन विभाग को दे दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगर को पकड़ लिया और उसे सिंध नदी में छोड़ दिया।

विदित हो कि अभी हाल ही में दुर्गामठ पुरानी शिवपुरी के रास्ते पर एक मगर ने 30 बच्चों को जन्म दिया था जो नाले में चले गए थे। यह घटना देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी और वन विभाग की टीम को सूचना दी गई, लेकिन उक्त नवजात मगर के बच्चे नाले में चले जाने के कारण पकड़ में नहीं आए और अब धीरे-धीरे यह मगर कॉलोनियों में घुसने शुरू हो गए हैं जिससे लोगों में भय व्याप्त है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि उक्त मगर की लंबाई करीब 4 फिट थी और वह निष्छंद होकर घूम रहा था।

रात्रि में अंधेरे के कारण वह ठीक ढंग से दिखाई नहीं दिया और जब उसकी हरकतें देख रोशनी की गई तो वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए। उक्त मगर देखने में खूंखार लग रहा था और लोगों को देखते ही वह इधर-उधर भागने लगा। जिसकी सूचना तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। बाद में टीम के पहुंचने के बाद उक्त मगर को कब्जे में लिया गया और उसे पकड़कर सिंध नदी में छोड़ दिया।

शिवपुरी बना मगरमच्छों का शहर
भगवान शिव के नाम से जानी जाने वाली शिवपुरी अब मगरमच्छों और सूअरों का शहर बनती जा रही है। शिवपुरी में जहां 10 हजार से अधिक सूअर सड़कों पर निश्चिंत विचरण करते हुए घूमते हैं। वहीं पिछले दो साल में शहर की कॉलोनियों से 51 से अधिक मगर अभी तक पकड़े जा चुके हैं। वर्षा ऋतु में चांदपाठा तालाब से शहर के उफनते नालों में मगरमच्छ आकर कॉलोनियों में घुस आते हैं। नेशनल पार्क के डॉ. जितेन्द्र जाटव ने पुष्टि करते हुए कहा कि शायद शिवपुरी देश का पहला ऐसा शहर होगा जहां सड़कों, गलियों और कॉलोनियों में इतनी अधिक सं या में मगरमच्छ घूमते हुए दो साल में पकड़े गए हैं।