नपा के सम्मेलन में दोशियान कंपनी को अग्रिम भुगतान का प्रस्ताव पारित

शिवपुरी। नगरपालिका की साधारण सभा की बैठक में सिंध जलावर्धन योजना के ठेकेदार को 8 करोड़ रूपये अग्रिम भुगतान करने का प्रस्ताव नाटकीय घटनाक्रम के  बाद पारित कर दिया गया। एक ओर जहां भाजपा के पार्षदों ने दोशियान कंपनी को अग्रिम भुगतान करने का समर्थन किया। वहीं कांग्रेसी पार्षदों ने इसका मुखर विरोध किया।

लेकिन कांग्रेस के 21 पार्षदों में से महज 7 पार्षद ही बैठक मेंआए। भाजपा पार्षदों में भी 6 से अधिक बैठक में अनुपस्थित रहे। कांग्रेसी पार्षदों में वीरेन्द्र शिवहरे, रामसिंह यादव आदि ने मुखर रूप से अग्रिम भुगतान का विरोध किया। लेकिन भाजपा पार्षदों ने एक स्वर में इसका समर्थन किया। परिषद की बैठक मुश्किल से 15 मिनिट चली और कांग्रेसी पार्षद विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार कर गए और भाजपाई पार्षदों ने उनकी अनुपस्थिति का फायदा उठाते हुए प्रस्ताव को पारित कर दिया। 

विदित हो कि पिछले वर्षों से जल संकट से जूझ रहे शहर को पानी उपलब्ध कराने के लिए जलावर्धन योजना शुरू की गई, लेकिन नेशनल पार्क के अडंगे के बाद यह योजना ठण्डे बस्ते में पड़ गई। इसके लिए मु यमंत्री से लेकर उद्योग मंत्री, प्रभारी मंत्री तक प्रयासरत् रहे, लेकिन इस योजना का कार्य आगे नहीं बढ़ सका। यहां तक कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी नेशनल पार्क के डायरेक्टर शरद गौड ने पार्क क्षेत्र में 470 पेड़ काटे जाने का हवाला देकर एक बार फिर काम रोक दिया।

इस समस्या को लेकर आज सुबह 11 बजे नपा कार्यालय में परिषद का विशेष व्यापक स मेलन बुलाया गया। जिसमें निर्माण कंपनी द्वारा अग्रिम राशि मांगे जाने पर चर्चा की गई। जहां भाजपा के पार्षद बिंदु की स्वीकृति देने के पक्ष में दिखे। वहीं कांग्रेसी पार्षद विरोध करते रहे। लेकिन भाजपाईयों की सं या अधिक होने के कारण होहल्ला के बावजूद भी भाजपाई पार्षदों ने अपनी स्वीकृति दे दी। यह देख कांग्रेसी पार्षद भी अध्यक्ष, सीएमओ सहित एई पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे। साथ ही अग्रिम भुगतान की स्वीकृति को नपा एक्ट के खिलाफ बताया।

जिस पर नपा के प्रभारी सीएमओ भारतभूषण पाण्डे ने कांग्रेसी पार्षदों को समझाया और उन्हें बताया कि वह शासन को प्रस्ताव बनाकर पहुंचा रहे हैं न कि अग्रिम भुगतान करने का आदेश दे रहे हैं। यहां से स्वीकृति के बाद प्रस्ताव भोपाल जाएगा और इसके बाद शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा कि दोशियान कंपनी को अग्रिम किया जाए या नहीं।