श्री सिद्धेश्वर मंदिर पर शिवपुराण कथा में किया शिव महिमा का बखान

शिवपुरी-इस संसार में मनुष्य को भक्ति भाव से ईश्वरीय ाक्ति करनी चाहिए और यदि श्रावण मास में भक्ति भाव से शिव उपासना की गई तो निश्चित रूप से इसका सुखद और बड़ा ही आनंदमयी फल प्राप्त होता है, सुख-समृद्धि, यश और ऐश्वर्य को प्राप्त करने के लिए श्रावण मास में कथा शिवपुराण का श्रवण अवश्य करें और नित प्रतिदिन शिवपूजन व अभिषेक करें तो यह आराधना सार्थक हो जाएगी।
भगवान शिव की इस आराधना का बखान बर रहे थे पं.अनिल शास्त्री (गसवानी वाले)जो स्थानीय श्री सिद्धेश्वर मंदिर परिसर में आयोजित संगीतमय कथा शिवपुराण का वाचन कर रहे थे।

इस दौरान कथा श्रावण कर रही आयोजकजन संकीर्तन महिला मण्डल की महिलाओं ने भगवान की विभिन्न कथाओं के दौरान संगीत की लहरों के बीच नृत्य कर शिव भक्ति की। कथा के चरण को आगे बढ़ाते हुए पं.अनिल शास्त्री ने बताया कि भगवान शिव बड़े ही भोले होते है वह अपने भक्तों पर अपन कृपा सदैव करते है इसलिए भक्तों को चाहिए कि वह श्रावण मास में भक्तिभाव से शिव को मनाऐं। पं.शास्त्री ने इस दौरान कथापूजन का महत्व भी बताया और कहा कि शिव अभिषेक कई प्रकार से किया जाता है जो ना-ना प्रकार का फल प्रदाय करने वाला होता है। 

जिसमें फल से शिवाभिषेक निर्मल बुद्धि देता है, दूध से शिवाभिषेक पुत्र प्राप्ति प्रदान करता है, कुशोदक जल से शिवा िाषेक व्याधियों को दूर करता है, गन्ने के रस से शिवाभिषेक लक्ष्मी का वास करता है, बेल्वपत्र से शिवाभिषेक धन-संपदा से परिपूर्ण करता है, अक्षत(चावल) से शिवाभिषेक अक्षत फल प्रदाय करने वाला होता है इसलिए इन सभी विधियों से भगवान को शिव को मनाऐं और प्रभु कृपा पाऐं। कथा आयोजक संकीर्तन महिला मण्डल ने अंचल के समस्त धर्मप्रेमीजनों से स्थानीय श्री सिद्धेश्वर मंदिर में आयोजित शिवपुराण कथा का प्रतिदिन सायं 4 से 6बजे तक  धर्मलाभ लेकर अपने जीवन को सफल बनाने की अपील की है। यह कथा 09 अगस्त तक अनवरत रूप से जारी रहेगी।