भाजपा नेता ने कहा: इस शहर में मैं और जीना नहीं चाहता

शिवपुरी। भाजपा के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गोयल शिवपुरी शहर की बदहाल दशा से इतने आहत हैं कि उन्होंने शासन और प्रशासन से आत्महत्या की अनुमति मांगी है। उनका आरोप है कि शिवपुरी शहर में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ और दिन प्रतिदिन शहर की दशा बिगड़कर नारकीय होती जा रही है तथा यहां जीवन काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में मरना ही एक मात्र हल है।

इस संवाददाता से मोबाइल पर चर्चा करते हुए श्री गोयल ने कहा कि पूरा शहर कूड़े के ढ़ेर में तब्दील हो गया है। वह घर से अपने प्रतिष्ठान पर आते हैं तो उन्हें आटे दाल का भाव मालूम हो जाता है। दो दिन पहले उनके ड्रायवर की खराब सड़क के कारण मोटरसाइकिल स्लिप हो गई और उसके पैर की हड्डी टूट गई। सीवेज प्रोजेक्ट के तहत सड़कें खुदने के कारण उड़ती धूल से नागरिकों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। वहीं वर्षों बाद भी सिंध का पानी शिवपुरी नहीं आया और उसके आने के आसार भी नजर नहीं आ रहे। बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है। दिन में अनेक बार कटौती होती है और बिल भी मनमाने आ रहे हैं।

विद्युत प्रबंधन की मनमानी पर कोई भी अंकुश नहीं लगा पा रहा। शिवपुरी में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि जो उपलब्धियां थीं वह भी खत्म होती जा रही है। शिवपुरी का व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया है और पर्यटन नगरी का सपना दिखाकर खदान व्यवसाय को नष्ट कर दिया गया है। जिससे यहां भुखमरी की नौबत आ गई है। शिवपुरी में एक भी उपलब्धि ऐसी नहीं है। जिस पर गर्व किया जा सके। 

श्री गोयल यहां तक कहते हैं कि उन्होंने कोई अपराध किया था इसीलिए ईश्वर ने उन्हें शिवपुरी नगरी में जन्म देकर नारकीय यातनाएं भुगतने के लिए छोड़ दिया है लेकिन वह इन यातनाओं से इतना तंग आ चुके हैं कि अब जीना नहीं चाहते।