संविदा शिक्षकों की नौकरी खतरे में

शिवपुरी। पिछले 12 साल से सरकारी नौकरी कर रहे, कई संविदा शिक्षकों की नौकरी अब खतरे में है। भारतीय शिक्षा परिषद् लखनऊ को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् को उक्त संस्था का मान्यता नही दी है। और इस संस्था से डिग्री प्राप्त कर कई संविदा शिक्षक शिवपुरी जिले में नौकरी कर रहै है।

इस संबध में आयुक्त लोक शिक्षण संचनालय एसके पॉल ने प्रदेश के सभी कलेक्टर को पत्र जारी कर ऐसे शिक्षको को चिहिन्त कर उनकी नियुक्ति निरस्त करने के लिए आदेशित कर दिया हैं।

जानकारी के अनुसार भारतीय शिक्षा परिषद लखनऊ की डीएड, बीएड की मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल करने शिक्षकों की नौकरी पर अब संकट के बादल मडऱा रहे है जिले में ऐसे शिक्षक की संख्या 100 के आसपास बताई जा रही है।

बताया जा रहा है कि आयुक्त द्वारा जारी आदेश के मुताबिक उक्त डिग्री के जरिए
पूव के वर्षो में नियुक्त संविदा शिक्षक जो वर्तमान में अध्यापक संवर्ग में भी शामिल हो चुके है,उन्हें भी सुनवाई का सामुचित अवसर देते हुए उनकी नियुक्ति निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी।

इधर जिला पंचायत की शिक्षा शाखा आयुक्त के आदेश का पालन करते हुए भारतीय शिक्षा परिषद् लखनऊ की डीएड, बीएड डिग्री से नियुक्त संविदा शिक्षक व अध्यापकों की सूची तैयार करने में जुट गया है।