गायत्री शक्ति पीठ और पाण्डे बाबा ट्रस्ट के कार्यकलापों की होगी जांच

शिवपुरी। गायत्री शक्ति पीठ फिजीकल रोड शिवपुरी और पाण्डे बाबा ट्रस्ट कृष्णपुरम कॉलोनी शिवपुरी के कार्यकलापों की जांच के आदेश पंजीयक लोक न्यास और एसडीएम शिवपुरी डीके जैन ने दिए हैं।

दोनों ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी के खिलाफ पंजीयक लोक न्यास में शिकायत की गई कि वे ट्रस्ट की संपत्ति का निज हैसियत में उपयोग कर रहे हैं और दोनों ट्रस्ट लोक कल्याण की अपेक्षा व्यक्तिगत हित साधक बनकर रह गए हैं। इस मामले में पंजीयक लोक न्यास ने तहसीलदार को जांच के आदेश दे दिए हैं। पाण्डे बाबा ट्रस्ट के सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के अकाउण्ट नंबर 1431720396 के आहरण एवं संवितरण पर रोक लगा दी गई है।

गायत्री शक्ति पीठ के मुख्य ट्रस्टी पर दुरुपयोग के आरोप
शिकायतकर्ता महेश शर्मा, केदारनाथ गुप्ता, मांगीलाल शर्मा तथा अन्य ने अपनी लिखित शिकायत में पंजीयक लोक न्यास को अवगत कराया है कि गायत्री शक्ति पीठ की स्थापना शांति कुंज हरिद्धार के तत्वाधान में परम पूज्य आचार्य श्रीराम शर्मा द्वारा की गई थी। लेकिन अब मु य ट्रस्टी गंभीर सिंह तोमर ट्रस्ट के पुनर्गठन के पक्ष में नहीं हैं।

उक्त ट्रस्ट को सर्वे क्रमांक 712 रकवा 0.213 हेक्टेयर जिसका क्षेत्रफल 18992 वर्ग फिट है, भूमि आबंटित की गई। जिससे ट्रस्ट का विस्तार हुआ। सन 96 तक ट्रस्ट सक्रिय कार्यकर्ताओं के सहयोग से ठीक ढंग से संचालित होता रहा, लेकिन उसके प्रमुख प्रबंध ट्रस्टी गंभीर सिंह तोमर ने सक्रिय कार्यकर्ता नरेश बंसल, रामचरण त्यागी, जेपी चौरसिया, गौरीशंकर निगौती, नाथूराम, नरेश गोंडल, जगदीश सिंह चौहान, रामजीलाल गुप्ता, मांगीलाल की उपेक्षा शुरू कर दी और उन पर चरित्रहीनता के झूठे आरोप लगाकर उन्हें ट्रस्ट के कार्यों से बायपास कर दिया गया। ये सभी सक्रिय कार्यकर्ता ट्रस्ट के पुनर्गठन के पक्ष में थे।

यही नहीं मुख्य ट्रस्टी ने संस्था की संबंद्धता शांतिकुंज हरिद्धार से अलग कर गायत्री नवजीवन हरिद्धार से जोड़ दी। शिकायत में कहा गया है कि भारतीय संविधान के अनुसार सामाजिक, शारीरिक तथा नगर स्वास्थ्य के हित में शांति कुंज के मार्गदर्शन में युग निर्माण योजनान्तर्गत लोक कल्याण कार्य हेतु जिस ट्रस्ट गायत्री परिवार ट्रस्ट को शासकीय सुविधा प्रदान की गई वह ट्रस्ट व्यक्तिगत हितसाधक बनकर रह गया है। प्रबंध ट्रस्टी जैसे चाहे दुरुपयोग कर रहे हैं।

पाण्डे बाबा ट्रस्ट की संपत्ति को खुर्दबुर्द करने के आरोप
पाण्डे बाबा ट्रस्ट की संपत्ति को हड़पने के आरोप लगाए जा रहे हैं। पंजीयक लोक न्यास को की गई शिकायत में बताया गया है कि इसी से व्यथित होकर ट्रस्ट के सचिव और कोषाध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। पाण्डे बाबा ट्रस्ट की संपत्ति कृष्णपुरम कॉलोनी क्षेत्र में हैं।

हरिकृष्ण पाण्डे बाबा देश के मशहूर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। कहा जाता है कि वह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साथ नैनी जेल में रहे थे। स्वतंत्रता के पश्चात वह शिवपुरी बस गए थे और यहां राजमाता विजयराजे सिंधिया ने उन्हें रहने के लिए अचल संपत्ति दी थी। पाण्डे बाबा की भावना के अनुसार उनके जीवनकाल में चल-अचल संपत्ति ट्रस्ट बनाया गया था।

विगत वर्ष जब इस ट्रस्ट की संपत्ति को हड़पने का प्रयास शुरू हुआ तो तत्कालीन कलेक्टर सेवाराम सारंगल और एसडीएम अशोक देशवाल ने उक्त ट्रस्ट का विधिवत् रजिस्ट्रेशन कराया। पंजीयक लोक न्यास को की गई शिकायत में बताया गया है कि अब पुन: उक्त ट्रस्ट की संपत्ति को निजी हित में उपयोग करने का षड्यंत्र शुरू हो गया है।