ये अधिकारी फेविकॉल लगाकर कुर्सी से चिपके हैं, यहां से हटते ही नही

शिवपुरी। बरसों पहले डेपुटेशन प्रतिनियुक्तिद्ध पर जिला पंचायत में जमे अधिकारियों को भारमुक्त करने के आदेश पूर्व में ही शासन स्तर से आ चुके हैं। बावजूद इसके ये अधिकारी अभी तक रिलीव नहीं किए गए। उक्त अधिकारियों को जिला पंचायत से हटाए जाने के लिए बैठक में दो बार हंगामा भी हो चुकाए बावजूद इसके वरिष्ठ अधिकारी इन पर मेहरबान हैं।

 गौरतलब है कि इकबाल कुर्रेशी मूलतरू जनपद पंचायत पोहरी में एडीईओ, ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ होकर जिला पंचायत में प्रतिनियुक्ति पर कई वर्ष पूर्व से हैं। जिला पंचायत से मूल विभाग में वापस भेजने का आदेश 2013 में हो चुका है। उस आदेश के विरुद्ध इकबाल ने हाईकोर्ट से स्टे लिया था। लेकिन 6 जनवरी 2014 को कोर्ट ने स्टे निरस्त करते हुए भारमुक्त करने का आदेश दे दिया था। बावजूद इसके वे अभी तक अपने मूल विभाग में वापस नहीं गए। 

वहीं एसएस अध्वर्यू को प्रमोशन के साथ भारमुक्त करने का आदेश दिसंबर 2013 में हो चुका है। बताते हैं कि मार्च क्लोजिंग की वजह से 31 मार्च तक श्री अध्वर्यू को रोकने के लिए कलेक्टर ने आदेश दिया था। लेकिन अब तो दो महीने अतिरिक्त गुजर गएए फिर भी रिलीव नहीं किया जा रहा। चौंकाने वाला पहलू यह भी है कि चार माह पूर्व जिला पंचायत सीईओ मधुकर अग्रेय ने भी कहा था कि मैंने एसएस अध्वर्यू को रिलीव कर दिया।
           
11 को होने वाली बैठक फिर उठाऊंगा मुद्दा
जिला पंचायत से शकुंतला खटीक के विदाई समारोह में 17 जनवरी एवं उसके बाद हुई बैठक में दो बार मैं यह मुद्दा उठा चुका हूं। जिसमें साफ तौर पर मैंने कहा था कि यह जिला पंचायत के कमाऊ पूत हैं इसलिए अधिकारी उन्हें रिलीव नहीं कर रहे। अब 11 जून को फिर बैठक होने वाली है उसमें इस मुद्दे को फिर प्रमुखता से उठाऊंगा।
सतीश फौजी, सदस्य जिपं, शिवपुरी