हड़ताली सफाईकर्मचारियों को नपा की चेतावनी: काम पर नहीं आए तो होगी छुट्टी

शिवपुरी। सफाई कर्मचारियों की वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल को दस दिन हो गए हैं। 206 सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से शहर में गंदगी का अ बार लग गया है। नालियां चौक हो गई हैं और मु य बाजारों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सफाई कर्मचारी कलेक्टर रेट की मांग कर रहे हैं। नगर पालिका ने समझौते का प्रयास किया और 4500 रूपए प्रतिमाह वेतन देने पर नपा सहमत हो गई है। कलेक्टर रेट तय हुई तो सफाईकर्मियों को पांच हजार रूपये प्रतिमाह मिलेंगे।

लेकिन सफाई कर्मचारी अडे हुए है। नगर पालिका ने वार्ता विफल होने के पश्चात अल्टीमेटम जारी कर दिया और नपा कर्मचारियों को तुरंत काम पर लौटने का आदेश दिया है। वहीं नगर पालिका ने सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति भी प्रकाशित कर दी है। प्रभारी सीएमओ अशोक शर्मा ने बताया कि यदि हड़ताली कर्मचारी काम पर वापस आ जाते हैं तो नियुक्ति की विज्ञप्ति रद्द कर दी जाएगी। 

बताना होगा कि नगर पालिका के अस्थाई 206 सफाई कर्मचारी दस दिन से हड़ताल कर रहे हैं और वेतन बढ़ाने के लिए वे नगर पालिका अधिकारियों पर दवाब भी डाल रहे हैं। पिछले दिनों सफाई कर्मचारियों ने सीएमओ अशोक रावत का घेराव भी किया इससे घबराकर श्री रावत एक माह की ल बी छुट्टी पर चले गए हैं। सूत्र बताते हैं कि सूअर पालकों के दवाब के कारण सफाई कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। जिससे सूअरों को शहर से हटाने का आदेश नगर पालिका वापस ले ले। 

लेकिन नगर पालिका सूअरों को शहर से वेदखल करने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। स्थानीय विधायक और उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की भी यही मंशा है। हाई कोर्ट ने भी एक जनहित याचिका का निराकरण करते हुए शहर से सूअरों को हटाने का आदेश दिया है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल सूअर पालकों के दवाब का परिणाम बताई जा रही है। हड़ताल से शहर में गंदगी का अ बार लगा हुआ है। मु य बाजारों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। बदबू से स्थानीय निवासियों का जीना मुश्किल हो गया है।