बाल कल्याण समिति के आदेश को अधीक्षक ने दिखाया ठेंगा

शिवपुरी। दो दिन पहले कोलारस के ग्राम मड़ीखेड़ा से बरामद अज्ञात 16 वर्षीय किशोरी को पुलिस ने समाजसेवी संस्था चाइल्ड लाइन को सौंपा था और बाल कल्याण समिति ने आदेश जारी कर उक्त किशोरी को पटेलनगर स्थित बालगृह में भेजे जाने के आदेश दिए थे, लेकिन इस आदेश को बालगृह के अधीक्षक केएल अग्रवाल ने मानने से इंकार कर दिया।

परिणाम यह हुआ कि उक्त किशोरी कल रात चाइल्ड लाइन की देखरेख में रही। इस पर संज्ञान लेते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन ने बालगृह के रूख को अनुचित बताया और अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उक्त किशोरी मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं, बल्कि मंदबुद्धि है और उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताकर बालगृह में न रखना किसी तरह से उचित नहीं है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त किशोरी को कोलारस अस्पताल के डॉक्टर ने जांच के लिए शिवपुरी रैफर किया। जहां डॉ. रत्नेश जैन ने उसकी मानसिक जांच के लिए उसे मानसिक आरोग्यशाला ग्वालियर भेजने की अनुशंसा की। हालांकि प्रथम दृष्टि में वह किशोरी मंदबुद्धि की लग रही है। उसके लक्षण भी मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति के समान नहीं है। इसी आधार पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन ने उक्त किशोरी को बालगृह भेजने के आदेश दिए। 

शिवपुरी में बालगृह समाजसेवी संस्था शकुंतला परमार्थ समिति की संचालिका शैला अग्रवाल के पिता केएल अग्रवाल संचालित करते हैं। वह पटेल नगर में उसी बिल्डिंग में निवास करने के साथ-साथ बालगृह और शिशुगृह एक साथ संचालित कर रहे हैं। इस बात पर भी श्री जिनेन्द्र जैन ने अपने निरीक्षण के दौरान आपत्ति की थी। उनके  अनुसार बालगृह और शिशुगृह एक ही बिल्डिंग में संचालित नहीं होने चाहिए।