कारगिल की माटी व सैनिकों का संदेश लेकर लौटी बालिकाएं

शिवपुरी। देश की बर्फीली चोटी कारगिल में देश की हिफाजत कर रहे सैनिकों का संदेश लेकर लौटी बालिकाओं ने आज कलेक्टर आर.के.जैन व पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार से भेंट की। मां तुझे प्रणाम योजना के तहत देश की सीमा क्षेत्रों का भ्रमण कर लौटी, शिवपुरी की 5 बालिकाएं अपने साथ कारगिल की अमर माटी भी साथ लाई है। जिससे उन्होनें अधिकारियों का टीका भी किया।

इन बालिकाओं में कु. कृति गौतम, कु.रश्मि तोमर ने अपनी तीन सहेलियों कु.अनुष्का शर्मा, कु.बवीता राठौर व कु. ज्योति जाटव सहित कारगिल क्षेत्र में सीमा पर तैनात सैनिको का देशवासियों के नाम संदेश भी सुनाया। उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों के हौसले बहुत बुलंद है, सैनिकों का संदेश है कि ''देशवासी देश की अस्मत की फि क्र न करें उसकी हिफ ाजत हम करेंगे, वह तो केवल जो जहां है जिस रूप में भी है अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वाहन करें तभी यह देश महान देश कहलायेगा।ÓÓ

खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा प्रतिवर्ष प्रदेश से चयनित बच्चों का सीमा क्षेत्रों का दौरा कराया जाता है, इसी कड़ी में प्रदेश से कुल 65 बलिकाओं का चयन हुआ था, जिनमें 5 बालिकायें शिवपुरी जिले से भी चयनित हुई है। उन्होंने बताया कि यह बालिकायें 1857 की स्वतंत्रता संग्राम के महानायक तात्याटोपे की समाधी स्थल से भी मिट्टी लेकर गई थी, जिससे उन सैनिको का टीका किया, सैनिक और अफसर प्रसन्न हो गये थे और इस मिट्टी को छू कर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। बालिकाओं ने बताया कि कारगिल में भारतीय सैनिक बहुत ही कठिन परिस्थितियों में रहकर भी 24 घण्टे तैयार रहते है। कारगिल क्षेत्र में सर्दी के मौसम में पारा माईनस 60 डिग्री तक पहुंच जाता है लेकिन सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हर समय तैयार रहते है। ऐसे सैनिकों को संपूर्ण देश नमन करता है। सैनिक हर पल जागते है तभी हम नींद भर सोते है।