विधायक की मांग हुई पूरी, हटे इंदार थाना प्रभारी

शिवपुरी। लंबे समय से अपने निर्वाचन क्षेत्र में इंदार थाना प्रभारी इंद्रजीत सिंह चौहान के आतंक से जूझ रहे जिला कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक रामसिंह यादव ने राहत की सांस ली है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर गृहमंत्री बाबूलाल गौर और उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को पत्र लिखकर श्री यादव ने थाना प्रभारी चौहान को हटाने की मांग की थी। उनके अनुसार थाना प्रभारी उनके तथा उनके परिवार के दुश्मन बने हुए हैं तथा वे कभी भी उन्हें झूठे केस में फंसा सकते हैं। अंतत: एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार ने टीआई इंद्रजीत सिंह चौहान को इंदार से हटा दिया है और उन्हें पिछोर भेजा गया है। विधायक यादव ने थाना प्रभारी के स्थानांतरण के लिए एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार के प्रति हार्दिक आभार ज्ञापित किया है।

इस संवाददाता से चर्चा करते हुए रामसिंह यादव ने बताया कि थाना प्रभारी चौहान ने समूचे क्षेत्र में आतंक मचा रखा था। वह निर्दोष व्यक्तियों की अकारण मारपीट कर देते थे और उन्हें डरा धमकाकर उनसे पैसे बसूल कर लेते थे। बिना किसी अपराध के अकारण वह निर्दोष ग्रामीणों को थाने में बिठाकर उनकी बेईज्जती करते थे। ग्राम तरावली में बिना किसी कारण के तथा बिना सर्च वारंट के सादी वर्दी में तीन साथियों के साथ उन्होंने आधी रात के बाद मकान की छत से घर में घुसकर श्रीमती कृष्णा यादव और सरूपी यादव की निजता को भंग किया तथा उनके पति नन्हें यादव तथा कमल सिंह यादव को पीटते हुए इंदार थाने ले गए और रातभर उनकी मारपीट की।

बीती 25 नबंवर 2013 को थाना प्रभारी ने देवेन्द्र यादव और कल्ला बेडिया की अकारण मारपीट की। उन्होंने गांव के कई लोगों के मोबाइल छिना लिए एवं बैटरी निकाल लीं। 17 अप्रैल 2014 को ग्राम गागौनी के पुजारी रविन्द्र शर्मा, संतो जाटव, कल्ला पाल और लल्लू गुर्जर की सरेआम घर में घुसकर उनकी बेरहमी से पिटाई की तथा उन्हें थाने में ले जाकर बंद कर दिया। श्री यादव का आरोप है कि श्री चौहान थाने में गुण्डों को बढ़ावा देते हैं और उन्हें साथ बिठाते हैं। मेरे द्वारा विरोध करने पर उन्होंने मुझे तथा परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। श्री यादव ने कहा कि थाना प्रभारी चौहान का स्थानांतरण ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके खिलाफ जांच कराकर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।