नर्स ने कलेक्टर को ही डपट डाला, कलेक्टर ने कहा तत्काल निलंबित करो

शिवपुरी। समय-समय पर आपने देखा होगा जिले के सरकारी अस्पताल में डाक्टर और नर्से एंव अन्य स्टाफ का व्यवहार मरीजो और उनके अटेंडरो के साथ कैसा व्यवहार है, इस व्यवहार को आज शिवपुरी के कलेक्टर आरके जैन ने स्वय के साथ भी महसुस किया और वे एक नर्स को ईनाम स्वरूप नर्स के निलंबन का आदेश दे आए। नर्स भी इस ईनाम को ऐक्सपट नही किया और अपने इस्तीफे तक की धमकी दे डाली।

कुछ यह हुआ जिला अस्पताल मेंरू पुलिस वाहन पलटने से घायल हुए जवानों को देखने के लिए जिला अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में दोपहर लगभग 12 बजे कलेक्टर आरके जैन, एसपी एमएस सिकरवार, एडीशनल एसपी आलोक कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी पहुंचे।

अधिकारीद्वय के पहुंचने के बाद भी ट्रॉमा सेंटर की आईसीयू प्रभारी सुलोचना एवं एक अन्य नर्स आपस में बातचीत करती रहीं, जबकि अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ एसपीएस रघुवंशी अधिकारियों के साथ में मौजूद रहे।

आईसीयू के जिस पलंग पर घायल पुलिस जवान भर्ती था उसके ऊपर लगा सीलिंग फेन नहीं चल रहा थाए जबकि तीन अन्य पलंग पर फेन चालू थे। जिसे देखकर कलेक्टर श्री जैन ने पूछा कि यह पंखा बंद क्यों है? नर्स सुलोचना बोली कि पंखा बंद है तो क्या, एसी तो चल रहा है। इस पर कलेक्टर बोले कि या तो सभी पंखे बंद हों या फिर यह भी चालू किया जाए। इस पर भी नर्स धीमे से बोली कि पंखा जरूरी नहीं है। बताते हैं कि कलेक्टर ने जब किए जा रहे इलाज जानकारी चाही तो वो चार्ट लेकर भी नर्स नहीं आई। जिससे उनकी नाराजगी बढ़ गई।

जाते-जाते कलेक्टर ने डॉ रघुवंशी से कहा कि यह आईसीयू है, यहां गंभीर मरीज आते हैं, स्टाफ उनका विशेष ख्याल रखे। कलेक्टर की इस समझाइश पर नर्स सुलोचना बोली कि योर पेंशेंट इज नॉट सीरियस, आपका मरीज गंभीर नहीं है। नर्स की यह बात एसपी एमएस सिकरवार ने सुन ली तो वे नाराज होकर नर्स से बोले कि यह कलेक्टर हैं, मैं एसपी हूं और हमारे सामने इस तरह की बात आप कर रही हैं। नर्स का यह कार्य व्यवहार देखते हुए कलेक्टर श्री जैन ने उसे निलंबित करने के निर्देश दिए।