शिवपुरी। पुत्र द्वारा घर से धक्के देकर भगाने के बाद पीडि़त पिता नारायण पिछले दस दिनों से गांव में इधर-उधर घूम रहा है, लेकिन पुत्र के मन में पिता के प्रति कोई दया भाव उत्पन्न नहीं हुआ।
लेकिन मानवता अभी भी जीवित है। इसका जीता जागता उदाहरण नारायण के पड़ोसियों ने दिया जो पिछले दस दिनों से नारायण की सेवा कर रहे हैं और उसे खाने, पहनने का इंतजाम कर रहे हैं और उसके सोने के लिए भी जगह उपलब्ध करा दी है।
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