शिवपुरी-गुना में सिंधिया की हार के बाद अब धन्यवाद सभा के क्या मायने...!

शिवपुरी-गुना संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विजयी हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की धन्यवाद सभा को लेकर सिंधिया समर्थक उत्साह में है लेकिन इनके उत्साह पर वह शर्म कहीं नहीं दिखाई देती जिनके कारणों के तहत नगर पालिका क्षेत्र शिवपुरी से सिंधिया की 10 हजार से ज्यादा मतों से हार हुई है।
यह संकेत है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के आभा मण्डल से लपटकर जो लोग अपनी राजनैतिक रोटियां सेंक रहे हैं उनका शहरी क्षेत्र में वाकई को वजूद नहीं है। इस हार के कारणों को जानने का प्रयास बाहर से आए खद्दरधारी नेता जानने लगे है, क्या वाकई सिंधिया का जनाधार शिवपुरी शहर में घट गया है या समर्थकों की औकात मतदाताओं के सामने शून्य हो गई है। यह एक बहुत बड़ा सवाल है जो आने वाले समय में नगर पालिका के चुनाव में बड़ी चुनौती के रूप में खड़ा दिखाई देगा। जिला कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित धन्यवाद सभा की बैठक में यह सारे खद्दरधारी नेता जिनमें पूर्व विधायक गणेश गौतम, हरिबल्लभ शुक्ला, राकेश गुप्ता, राकेश जैन आमोल, अजय गुप्ता, संजय सांखला और वे 39 वार्डों के कांग्रेसी पार्षद  के साथ-साथ सिंधिया के सांसद प्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में सिंधिया की शर्मनाक हार को लेकर इनके चेहरों पर कोई गुमान दिखाई नहीं दिया।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक कोलारस रामसिंह यादव के निवास पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की जीत को लेकर धन्यवाद सभा की तैयारियों की बैठक आज संपन्न हुई। बैठक में इस बात पर कोई चर्चा सारगर्भित नहीं हो पाई कि शिवपुरी शहर में आखिरकार क्या कारण था जिसकी वजह से सिंधिया की शर्मनाक हार हुई है। सिंधिया समर्थकों की स्थिति को जानें तो यह बात स्वत: सामने निकलकर आती है कि सिंधिया समर्थकों का जन समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है।

शहरी क्षेत्र में मतदाताओं की हालत चाहे पेयजल से संबंधित हो, विद्युत से संंबंधित हो, नगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले काम हो या फिर तीनों थाना क्षेत्र कोतवाली, फिजीकल, देहात के अंदर लगातार हो रहा शोषण हो की जानकारी सिंधिया समर्थकों को रहती नहीं है। दुर्भाग्य की बात तो यह है कि जनता के साथ हो रहे अन्याय व अत्याचार की जानकारी सिंधिया समर्थक अपने नेता तक पहुंचाने में भी नाकाम साबित होते है। नगर पालिका क्षेत्र में पिछले पांच साल से भ्रष्टाचार का नंगा तांडव हुआ, बड़े-बड़े प्रोजेक्टों को लेकर नगर पालिका की हीलाहवाली उन योजनाओं में सामने आई जिन्हें केन्द्र सरकार के माध्यम से श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वीकृत कराया था।  

आखिर विपक्षी दल के नेता की हैसियत से रामसिंह यादव, सांसद प्रतिनिधि की हैसियत से अनिल शर्मा अन्नी ने क्या काम किया और जनता में इन लोगों का क्या संदेश था यह सिंधिया की हार से साबित हुआ है। रामङ्क्षसह यादव जिन्हें पार्षद दल का नेता बनाया गया और जो पिछड़े वर्ग आरक्षण के नाम पर नगर पालिका अध्यक्ष का बाब देख रहे हैं उन्हें कभी भी पिछले पांच वर्षों में जनता के हितों से लड़ते हुए सार्वजनिक नहीं देखा। इसके अलावा कई ऐसे नेता है जो ग्रामीण क्षेत्र में अपने रसूख की बात करते हैं उन नेताओं के लिए भी खोड़ मंडल व सुरवाया सेक्टर ने मुंहतोड़ जबाब दिया है जहां से ङ्क्षसधिया को बहुत कम मत प्राप्त हुए है।

इन सब बातों से तो यह असर सिंधिया समर्थक एक बार फिर जय-जयकार की प्रतिस्पर्धा में धन्यवाद सभा की तैयारी कर है और इस धन्यवाद सभा के माध्यम से नगर पालिका को अपने लिए कब्जाने का प्रयास कर रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन सब परिस्थितियों से उठकर उन मतदाताओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए धन्यवाद सभा कराने के निर्देश शहर एवं जिला कांग्रेस को दिए है यह अपने आप में अनुकरणीय बात है। पराजय शहर से भले ही हुई हो लेकिन जिन लोगों ने सिंधिया का समर्थन किया है उनको सिंधिया भूलना नहीं चाहते।

पुरानी शिवपुरी के मतदाताओं ने सिंधिया का किया समर्थन
शिवपुरी शहर के 110 पोलिंग का विश्लेषण किया जाए तो पुरानी शिवपुरी क्षेत्र के मतदाताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति अपना भरपूर समर्थन दिया है। वार्ड 21 से लेकर 26 तक जो क्षेत्र आता है उसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की सर्वाधिक जीत हुई है जबकि शहरी क्षेत्र के अन्य इलाकों की बात की जाए तो नबाब साहब रोड़, बस स्टैण्ड, कत्थामिल और मेन बाजार के साथ-साथ फिजीकल, मोहनी सागर इलाकों में मतदाताओं का रूझान सिंधिया के पक्ष में कम दिखाई दिया। धन्यवाद सभा का स्थल माधवचौक चौराहा निश्चित हुआ है और इस सभा को लेकर जोरशोर से तैयारी चल रही है।