बेस्ट मोबाइल और टाटा डोकोमो के सेल्समैन के खिलाफ मामला दर्ज

शिवपुरी। पुलिस ने एक लूट के मामले में लूट के अपराधी और फर्जी आई डी पर सिम बेचने वाले दुकानदार और टाटा डोकमो के सेल्स मेेंन को फर्जी आई डी बनाने में सहयोग करने पर सह आरोपी बनाया है।

समय-समय पर पुलिस द्वारा सिम विक्रेताओं के साथ बैठक कर उन्हें फर्जी आईडी प्रूफ के सिम न बेचने की चेतावनी देती रही। लेकिन इसके बावजूद भी शहरभर में फर्जी आईडी प्रूफ लगाकर सिम विक्रेता लालचवश सिमें बेचने का कारोबार संचालित कर रहे हैं। यह लालच पुरानी शिवपुरी के बेस्ट मोबाइल  के संचालक को जेल तक पहुंचने का रास्ता बन चुका है। साथ ही इस मामले में कंपनी का सैल्समैन भी फस गया है।

कोतवाली क्षेत्र में 24 अप्रैल को करबला से हुई एक कार लूट के मामले में पिछले माह लूट के आरोपी कल्लू खां और जुल्फी खां को गिर तार कर कार बरामद की थी। बाद में पुलिस ने इस मामले में और तहकीकात की तो पुरानी शिवपुरी के नीलगर चौराहे पर स्थित बेस्ट मोबाइल के संचालक हामिद पुत्र अब्दुल रफीक खां का नाम भी सामने आया। जिसने लूट के आरोपी कल्लू खां को फर्जी आईडी प्रूफ लगाकर सिम बेची थी। इस मामले में पुलिस ने टाटा डोकोमो कंपनी के सेल्समैन इमरोज पुत्र इकबाल खां निवासी पुरानी शिवपुरी को भी दोषी पाया। जिसने आरोपी दुकानदार के साथ मिलकर फर्जी आईडी तैयार करने में सहयोग किया था।

फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी दुकानदार हामिद खां, सैल्समैन इमरोज खां और लूट के आरोपी कल्लू पुत्र इमरान खां के विरूद्ध भादवि की धारा 420 का मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस को यह भी ज्ञात हुआ है कि आरोपियों ने जो आईडी प्रूफ तैयार किया था वह रामहेत पुत्र संतराम निवासी टौंगरा के नाम से था और सिम खरीदने के समय राशनकार्ड की छाया प्रति आरोपियों ने लगाई थी जबकि ग्राम टौंगरा नगरपालिका क्षेत्र में नहीं आता। जिससे यह भी सिद्ध होता है कि आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेज भी तैयार किए थे। जिस पर पुलिस आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के साथ-साथ  धारा 467, 468, 471 का भी इजाफा करने की तैयारी में है।

पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि 24 अप्रैल को कार लूट के मामले में 28 अप्रैल को कार लूट के आरोपी कल्लू खां और जुल्फी खां को गिर तार किया। पूरे मामले का उस समय खुलासा हुआ जब माधव चौक पर स्थित मधुरम स्वीट्स पर लगे सीसी टीव्ही कैमरे में आरोपी कल्लू खां यातायात विभाग द्वारा जारी किए गए टेक्सी नंबर 152 में बैठकर गया था। इसी आधार पर पुलिस ने टेक्सी चालक पंकज रजक से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि आरोपी उसे लेकर नीलगर चौराहे पर स्थित बेस्ट मोबाइल की दुकान पर पहुंचा जहां दुकान संचालक हामिद पुत्र अब्दुल रफीक से बिना आईडी प्रूफ के सिम मांगी तो दुकानदार ने उसे 100 उक्त सिम दे दी।

जिस पर पुलिस दुकानदार से सिम के बारे में जानकारी चाही तो उसने उक्त नंबर की सिम अपनी दुकान से न देने की बात कही। बाद में पुलिस ने सिम नंबर 8982856319 को सायबर सेल में डलवाया तो वह सिम किसी रामहेत पुत्र संतराम निवासी टोंगरा के नाम निकली। साथ ही सिम को जिस सेल्समैन ने एक्टीवेट किया था। वह टाटा डोकोमो कंपनी का इमरोज पुत्र इकबाल खां निवासी पुरानी शिवपुरी निकला। जिसे मोबाइल कंपनी ने भी स्वीकार किया। बाद में पुलिस ने इमरोज से पूछताछ की तो उसने सिम विक्रय का स्थान बेस्ट मोबाइल नीलगर चौराहा बताया। फिलहाल दोनों आरोपी अभी पुलिस पहुंच से बाहर हैं।

शहर में बड़ स्तर पर फर्जी आईडी लगाकर हो रहा है सिमों का व्यापार
शहर में अभी तक कि जो भी घटनाएं हुई हैं उनमें मोबाइल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अभी हाल ही में कोलारस में एक सर्राफा व्यापारी रूपेश जैन को टेरर टेक्स मांगने और जान से मारने की धमकी भी मोबाइल के माध्यम से दी थी। लेकिन पुलिस इस कारण आरोपी के पास तक नहीं पहुंच सकी, क्योंकि सिम लेते वक्त फर्जी आईडी का उपयोग किया गया था। इस तरह की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं और पुलिस समय-समय पर सिम विक्रेताओं को फर्जी आईडी लगाकर सिम न बेचने के लिए निर्देशित करती रही है, लेकिन इसके बावजूद भी सिम विके्रता थोड़े से लालच के कारण फर्जी आईडी लगाकर सिमों का विक्रय कर रहे हैं और यह व्यवसाय शहर में बड़े स्तर पर चल रहा है। अगर पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले तो शहर के कई दुकानदार इस काले कारनामे में लिप्त मिलेंगे।