शिवपुरी। मतगणना के दो दिन पहले एक टीव्ही चैनल ने सर्वे के आधार पर भविष्यवाणी की थी कि गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को पराजय मिल रही है। हालांकि सिंधिया की जीत के साथ यह भविष्यवाणी असत्य साबित हुई, लेकिन इसके बाद भी शहरी इलाकों में जिस तरह से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को पराजय हासिल हुई उससे लगा कि टीव्ही चैनल का निष्कर्ष भी पूरी तरह गलत नहीं था और इसमें कहीं न कहीं सच्चाई थी।
ग्रामीण इलाकों में पैठ के कारण सिंधिया राजपरिवार का ग्लेमर बरकरार रहा और ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट से लगातार चौथी बार जीतने में सफल रहे।
शिवपुरी और गुना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को बढ़त मोदी फेक्टर के कारण मिली। शिवपुरी में नरेन्द्र मोदी ने आमसभा को संबोधित किया था और इसका प्रभाव शहरी जनमानस में देखने को मिला। युवा मतदाताओं ने बड़ी सं या में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की ललक के साथ भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया को वोट दिए। जबकि पवैया न तो स्थानीय थे और न ही इस क्षेत्र की राजनीति में उन्होंने कभी दिलचस्पी दिखाई।
लेकिन गुना लोकसभा क्षेत्र की ग्रामीण सीटों पर सिंधिया फेक्टर का प्रभाव हावी रहा। गुना विधानसभा क्षेत्र में समाचार लिखे जाने तक सिंधिया 12 हजार से अधिक मतों से पीछे थे और शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में उनके विरोध में यह आंकड़ा 5 हजार से अधिक मतों का था। लेकिन कोलारस, पिछोर, ब हौरी, अशोकनगर, चंदेरी और मुंगावली की पंाच विधानसभा सीटों में वह लगभग 1 लाख 32 हजार मतों से आगे चल रहे थे। इन इलाकों में शाही परिवार का जादू बरकरार रहा।
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