नाबालिग को बेचने से पहले पुलिस ने पकड़े चार आरोपी गिरफ्तार

शिवपुरी। मंडला जिले में मजदूरी कर अपने परिवार के साथ रह रही एक नाबालिग को बेचने की नीयत से कुछ जालसाजों ने ऐसे जाल में फंसाया कि वह मंडला से उनके साथ हो ली लेकिन उसे क्या पता था कि वह जिन हाथों में गई है वहां उसके साथ क्या होने वाला है।
मंडला से लाई गई यह नाबालिग शिवपुरी में बरामद हुई जहां पुलिस कोतवाली टीआई आरकेएस राठौड़ को जरिए मुखबिर सूचना मिली तो उन्होंने अपनी तत्परता से इस मामले को संज्ञान में लिया और दो आरोपियों को माता का बीलवरा से पकड़ा।

इसके साथ ही इसमें शामिल दो महिला आरोपियों को कोर्ट से पकड़ा जहां यह दो महिलाऐं इस नाबालिग को बेचने की फिराक में थी। पुलिस ने इस मामले में चारो आरोपियों के विरूद्ध धारा 363,366, 12 लैंगिक अपराध अधिनियम एवं मामले में धारा बढ़ाकर 370 के तहत पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में लिया है। पुलिस पूछताछ में बालिका ने अपने साथ हुए पूरे घटनाक्रम की कहानी पुलिस को सुनाई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मंडला निवासी सीता उर्फ रूबी पुत्री भारत गौड़ आदिवासी उम्र 17 वर्ष का किसी काम के बहाने बुहला फुसलाकर उसके मिलने वाली आरोपी महिला पूजा पत्नी शिवलाल यादव दमोह नाका जबलपुर और उर्मिला पत्नी राजू यादव निवासी दमोहना का जबलपुर ने 15 दिन पहले उस समय अपहरण कर लिया था जब वह अपने गांव मेहरा जिला मण्डला से जबलपुर काम करने के लिए आई थी, जहां दोनों आरोपी महिलाओं ने उसे शादी का झांसा दिया और 6 दिन पहले ही शिवपुरी लेकर आई जहां जामखो के रहने वाले आरोपी धनीराम बेडिय़ा पुत्र बारेलाल बेडिय़ा के यहां पहुंची।

उसका विवाह जसवंत पुत्र कमलू जाटव निवासी माता का वीलबरा से तय कर दिया और कल चारों आरोपी उक्त बालिका को लेकर शिवपुरी कोर्ट पहुंचे जहां दोनों आरोपी महिलाओं ने उसके विवाह संबंधी कागजात तैयार कराने की कोशिश कर रही थीं, साथ ही दोनों आरोपी महिलाओं से बालिका से कहा था कि उनमें से एक तु हारी मां बनकर गवाही देगी, जबकि दूसरी बुआ बनकर गवाही देगी, लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचित कर दिया और लिखापढ़ी होने से पहले ही चारों आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए और पूरी तैयारी ध्वस्त हो गई। पुलिस नाबालिग को कोतवाली ले आई और उसके परिजनों से संपर्क साधने की कोशिश कर रही थी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में ले लिया है।