लेटर-लेटर खेल रही है पीएचई और नगरपालिका, पानी को भटक रही है जनता

शिवपुरी। सांसद निधि से दो माह पूर्व शहर के 13 समस्याग्रस्त क्षेत्रों में ट्यूबवेल खनन किए गए। आचार संहिता खत्म हुए 7 दिन हो गए, बावजूद इसके उनमें मोटर नहीं डाली गई। जिससे 20 हजार की आबादी को पानी नहीं मिल पा रहा। मोटर डालने के नाम पर पीएचई और नपा लेटर-लेटर खेल रहे है।

बताया जा रहा है कि प्यासी जनता पार्षर्दा के घर पानी के लिए चक्कर लगा रही है और परेशान पार्षद भी पीएचई व नपा के बीच चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा। खास बात यह है कि ट्यूबवेल खनन कराने का प्राक्कलन भेजने वाले योजना विभाग की प्रभारी मान तो रही हैं कि बिना मोटर के ट्यूबवेल बेकार हैं लेकिन मोटर के लिए प्रपत्र भेजा कि नहीं यह वे सोमवार को देखकर बताएंगी।

शिवपुरी में पीने का पानी एक बड़ी समस्या है। लोकसभा चुनावों में भी पीने का पानी अहम मुद्दा रहा है। यही वजह है कि पानी को लेकर जनता के हितों को नजरअंदाज करते हुए भाजपा व कांग्रेस के बीच राजनीति हो रही है।

यह है मामला चुनाव से पहले सांसद निधि से शहर में 13 स्थानों पर ट्यूबवेल खनन करवाया गयाए लेकिन मोटर नहीं डाली गई। पानी के सबसे अधिक समस्याग्रस्त कमलागंज, न्यूब्लॉक, फतेहपुर, अहीर मौहल्ला, जैसे क्षेत्रों में समस्या अधिक गंभीर होने के बावजूद कोई विभाग मोटर डालने को तैयां है। पीएचई व नगरपालिका के बीच अभी पत्र व्यवहार ही किया जा रहा है और जनता परेशान है।