पुलिस पर लगाया असुनवाई का आरोप, दो माह से गायब बालिका

शिवपुरी। कोलारस पुलिस पर अपनी असुनवाई और उपेक्षापूर्ण व्यवहार का आरोप एक पिता ने उस समय लगया जब पहले से ही कोलारस कई मामलों को लेकर फंसी हुई है।
बात चाहे लुकवासा में हुई 10 लाख की डकैती की हो या व्यापारी से 1 करोड़ के टेरर टैक्स मांगने की, इन सभी मामलों को लेकर पुलिस अभी जांच में जुटी हुई थी कि तभी पुलिसिया कार्यप्रणाली पर एक पिता ने गंभीर आरोप लगाकर अपनी दो माह से गायब बच्ची को वापिस दिलाने की गुहार लगाई है। पिता का आरोप है कि पुलिस इस मामले में भी अब तक ना तो मामला दर्ज कर रही है और ना ही उसे बहला फुसलाकर ले जाने वालों पर कार्यवाही, जिससे सीधा-सीधा प्रतीत होता है कि पुलिसिया कार्यवाही निष्ठुर है।

कोलारस की इन्दिरा कॉलोनी निवासी नक्टूराम पुत्र पन्ना आदिवासी उम्र 45 वर्ष व उसकी पत्नि गजरी बाई उम्र 40 वर्ष ने अपनी दो माह से गायब बच्ची ममता की जानकारी कोलारस पुलिस को दी लेकिन उसकी नाबालिग बच्ची का आज दिनांक तक कोई अता-पता नहीं है जिससे माता-पिता के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती है। वहीं दूसरी ओर नाबालिग के पिता का आरोप हे कि वह गरीब है और मेहनत मजदूरी कर अपना पेट पालते है इसलिए पुलिस उनकी असुनवाई कर रही है।

पिता का आरोप है कि मजदूरी करके हमने अपनी बच्ची ममता को पढ़ाया लिखाया, लेकिन 24 मार्च 2014 को कालीपहाड़ी पिछोर निवासी गुलसन आदिवासी तथा उसका साथी बलवारी आदिवासी निवासी बरखेड़ी जो वर्तमान में पिछोर ब्लॉक में पदस्थ है। यह दोनों मेरे घर कोलारस आए और मेरी बच्ची को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए जिसकी तुरंत रिपोर्ट मैंने कोलारस थाने में की। लेकिन यहां पुलिस ने इस पूरे मामले में उदासीनता बरती और आज तक बच्ची लापता है जबकि आरोपी भी फरार है।

पीडि़ता की मॉं ने बताया कि घटना के तत्समय यदि पुलिस सचेत हो जाती तो आज उनकी बच्ची उनके पास होती और उसे बहला फुसलाकर ले जाने वाले आरोपी जेल में, लेकिन पुलिस उस समय कार्यवाही नहीं की तो आज बालिका दो माह से गायब है। ऐसे में पीडि़त परिवार ने अब पुलिस अधीक्षक से इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।