एसडीओपी ने कांग्रेसियों के टेबल फैंके, मतदान केन्द्र में मिला मोबाइल

शिवपुरी। शहर के पुरानी शिवपुरी नीलगर चौराहा स्थित मतदान केन्द्र पर जब एसडीएम और एसडीओपी का वाहन रूका तो मौके पर कहीं मतदान केन्द्र के अंदर एजेंट मोबाईल से बात करते हुए पाया गया तो कहीं कांग्रेसियों द्वारा रखे गए टेबिल को एसडीओपी ने मौके पर ही फेंक दिया।

जिस पर कांग्रेसियों ने मतदान केा प्रभावित करने के आरोप भी एसडीओपी पर लगाए हालांकि बाद में स्थिति जैसे-तैसे सामान्य हो गई अन्यथा मतदान केन्द्र के हालात और बिगड़ जाते। जिस पर दोनों ही पक्षों ने अपनी-अपनी व्यवस्थाओं में सुधार किया।  यहां पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने प्रत्येक पोलिंग बूथों पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेते देखे गए और एक मतदान केन्द्र के अंदर मोबाइल देखकर एसडीओपी और एसडीएम भड़क गए और वहां मौजूद होमगार्ड के जवान को करारी लताड़ लगा दी। साथ ही होमगार्ड कमाण्डेंट को पत्र लिखने की बात कहकर वह चले गए।  वहीं पुरानी शिवपुरी नीलगर चौराहे पर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एसडीओपी ने कांग्रेस के एजेंट  की टेबिल को फेंक दिया, लेकिन बाद में कांग्रेसियों ने अपना पक्ष रखा। इसके बाद एसडीओपी ने उन्हें टेबिल रखने दी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरानी शिवपुरी नीलगर चौराहे पर स्थित मतदान केन्द्र नंबर 71, 72 पर सुबह 10 बजे एसडीएम डीके जैन, एसडीओपी एसकेएस तोमर, तहसीलदार श्री पाण्डे सहित प्रशासनिक अमला पहुंचा और मतदान केन्द्र के अंदर व्यवस्था देखने के लिए गए तो बैठा एक व्यक्ति मोबाइल पर चर्चा कर रहा था। जिसे एसडीएम डीके जैन ने देख लिया और उसे तुरंत बाहर निकालने की हिदायत दी। बाद में एसडीओपी एसकेएस तोमर सुरक्षा में तैनात होमगार्ड सैनिक अनिल चतुर्वेदी पर भड़क गए और जवाब-तलब करना शुरू कर दिया। 

बाद में डांट लगाते हुए उसका नाम और बैच नंबर नोट कर होमगार्ड कमाण्डेंट को पत्र लिखने की बात कहते हुए वहां से चले गए और बाहर निकलकर जब वह नीलगर चौराहे पहुंचे तो वहां कुछ कांग्रेसी टेबिल लगाकर बैठे हुए थे। जिस पर एसडीओपी, एसडीएम और तहसीलदार वहां पहुंचे और उनसे पूछताछ करते हुए टेबिल रखने का कारण पूछा तो कांग्रेसियों ने जवाब देते हुए कहा कि यह टेबिल हलवाई की है। जिस पर एसडीओपी श्री तोमर भड़क गए और उन्होंने टेबिल उठाकर सड़क पर फेंक दी। बाद में पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष पदम चौकसे, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला सहित अन्य कांग्रेसी वहां आ गए और पुलिस को अपना पक्ष बताते हुए कहा कि उनका कार्यकर्ता सही जवाब नहीं दे सका। इस कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। बाद में कांग्रेसियों ने सड़क से टेबिल उठाकर लगा ली।