प्रभात झा को भी नहीं है पवैया की जीत पर भरोसा !

शिवपुरी। राजनीति में हर शब्द के अर्थ निकाले जाते हैं। भाजपा के दिग्गज नेता प्रभात झा ने आज मीडिया से मुखातिब होते हुए सिंधिया पर तीखे हमले किए, लेकिन यह भी कहा कि 'यदि कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं ने समर्थन दिया तो यहां भी इतिहास बदल जाएगा।' अब मीडिया प्रभात झा के इस 'यदि' के अर्थ तलाश रही है।

सनद रहे कि प्रभात झा भाजपा के वो दिग्गज नेता हैं जिन्हे प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटाने के लिए शिवराज सिंह चौहान जैसे दमदार सीएम को भी छापामार रणनीति का उपयोग करना पड़ा था। प्रभात झा पर आज तक सामने से हमला करने की शक्ति कोई भी पहलवान नहीं दिखा पाया। श्री झा को राजनीति का माहिर खिलाड़ी माना जाता है और कहा जाता है कि वो बिना वजह के एक शब्द भी नहीं बोलते, तीखा बोलते हैं लेकिन उनके हर शब्द में रहस्य छिपे होते हैं।

अब सवाल यह उठ रहे कि क्यों प्रभात झा ने कहा कि वो मध्यप्रदेश की 27 सीटों पर निश्चित रूप से जीत रहे हैं, 29 में से 27 ? तो वो 2 कौन सी हैं जो भाजपा हारने वाली है। क्या गुना और छिंदवाड़ा ? उन्होंने क्यों यह कहा कि 'यदि कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं ने समर्थन दिया तो..' क्या उन्हें मालूम है कि कार्यकर्ता और मतदाता समर्थन नहीं देने वाले हैं? क्या वो आश्वस्त नहीं हैं एवं उनके अपने गुप्तचरों ने उन्हें जमीनी हकीकत बता दी है।