st charles school shivpuri स्कूल में एसिड होली, पीड़ितों के पालक प्रेशर में

शिवपुरी। गुरूवार को शहर के मिशनरी स्कूल की बस में बच्चों द्वारा आपस में खेली गई एसिड होली के मामले में स्कूल प्रबंधन ने बच्चों का हाल जानने और अपनी गलती स्वीकारने की बजाय उल्टा पीडि़त बच्चों के पालकों पर दबाब बनाते हुए उन्हें बैक फुट पर धकेल दिया है ताकि वह मामले की शिकायत किसी भी स्तर पर दर्ज न करायें।

स्कूल प्रबंधन का पीडि़त बच्चों के माता पिता से कहना था कि वह पहले यह बताएं कि इस मामले की खबर मीडिया में किसने छपवाई? यदि इस बात को स्पष्ट नहीं किया तो उन्हें कोई एक्शन लेना पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि गत गुरूवार को मिशनरी स्कूल सेंट चार्ल्स की स्कूल बस में बच्चों के बीच खेली जा रही होली के दौरान दो बच्चों द्वारा बस में रखी एसिड की बोतल को पानी की बोतल समझ कर बच्चों पर छिड़कने और इस एसिड से कुछ बच्चों के घायल हो जाने का मामला स्कूल प्रबंधन द्वारा कथित तौर पर अभिभावकों पर दबाब बनाए जाने के उपरांत दबा देने के बाबजूद जब शनिवार को समाचार पत्रों की सुर्खियां बना तो स्कूल प्रबंधन अपना आपा खो बैठा और आनन फानन में रविवार की सुबह पीडि़त बच्चों के अभिभावकों को यह जानने के लिए स्कूल आने का बुलावा भेजा कि आखिर संपूर्ण मामला दबाए जाने के बाबजूद आखिर मीडिया की सुर्खियां किसने बनवाया?

अभिभावक जब रविवार को स्कूल पहुंचे तो सबसे पहले तो स्कूल की प्रिंसिपल उन पर यह कहते हुए भड़क उठीं कि उन्होंने दस बजे आने के लिए कहा था वे लोग करीब 20 मिनट देर से कैसे आए? साथ ही एसिड़ होली में घायल हुई एक छात्रा बीमार होने के कारण जब अपने अभिभावकों के साथ नहीं आई तो इस बात पर भी सिस्टर भड़क उठीं और देखते ही देखते अभिभावकों सहित स्कूल प्रबंधन के बीच करीब दो घंटे तक तीखी नोंक झोंक हुई।

हालात यहां तक बन गए कि नाराज अभिभावकों ने सिस्टर मिनी से इस्तीफा देने तक की बात कह डाली वहीं स्कूल प्रबंधन ने भी अभिभावकों को असंतुष्टता की स्थिती में टीसी लेने की बात कही। काफी लंबी बहस के बाद स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर दबाब बनाने में कामयाब रहा। इस मामले की जानकारी जब मीडिया को लगी तो पूरा मीडिया सेंट चार्ल्स स्कूल पर पहुंच गया परंतु स्कूल प्रबंधन के लोगों ने मीडिया को अंदर जाने से रोक दिया।

तीखी नोंक झोंक के बाद कमरे के बाहर आए अभिभावक दीपक शर्मा ने मीडिया से यह कहा कि उन्हें स्कूल प्रबंधन से कोई शिकायत नहीं है जबकि स्कूल प्रबंधन की ओर से मीडिया के समक्ष आई सिस्टर इस घटना पर पूछे गए सवाल को सुनते से ही बिना कुछ कहे वापिस स्कूल के अंदर लौट गईं। इस बैठक में भविष्य में बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठे सवालों पर स्कूल प्रबंधन कोई जबाब नहीं दे सका।