eastern heights school: स्टाफ ने चलती बस में बच्चों को पीटा

शिवपुरी। शहर में शमशान के बीच संचालित होने वाले विद्यालय ईस्टर्न हाईट्स स्कूल के बच्चों को स्कूल से घर तक और घर से स्कूल तक ले जाने वाले बस स्टाफ ने आज स्कूली बच्चों के साथ ही जमकर मारपीट कर दी।

जब इस संबंध में बच्चों के अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन को शिकायत की तो उन्होंने एक ना सुनी और अपने ही स्टाफ का पक्ष लेकर पूरे मामले से पल्ला झाड़कर दोष बच्चों पर मड़ दिया। इससे पूर्व भी एक बच्चे को विद्यालय के ही संचालक व प्राचार्य ने मिलकर बुरी तरह पीटा था तब भी यह मामला प्रकाश में आया लेकिन उसे किसी भी तरह अपने प्रभाव के चलते दबा दिया। लेकिन एक बार फिर बच्चे के साथ मारपीट होने की घटना ने अन्य अभिभावकों को परेशानी में डाल दिया है।

यह है मामला

शहर के ईस्टर्न हाइट स्कूल की एक बस के स्टॉफ ने दो बच्चों के बीच हुए विवाद के चलते एक मासूम बच्चें की मारपीट कर दी। मामले की सूचना जब परिजनो को लगी तो परिजनो ने पहले तो स्कूल प्रबंधन को शिकायत की लेकिन प्रबंधन ने जब कोई कार्रवाई नहीं की तो पीडि़त परिजनो ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुरानी शिवपुरी में रहने वाले सीएल जैन का 5 वर्षीय पुत्र प्रिंस ईस्टर्न हाइट स्कूल में एलकेजी में अध्ययन करता है। बुधवार को जब वह स्कूल बस में सवार होकर वापस घर आ रहा था, इसी दौरान प्रिंस का उसके साथी से विवाद हो गया। दोनो बच्चों के बीच हुए विवाद से बस स्टॉफ को इतना गुस्सा आ गया कि बस स्टॉफ ने प्रिंस के साथ मारपीर कर दी। मासूम जैसे ही घर पहुंचा तो वह परिजनो के समक्ष रोने लगा जिस पर से परिजनो ने जब बालक से रोने का कारण पूछा तो उसने परिजनो को पूरी बात बताई। इसके बाद जब परिजन स्कूल बस स्टॉफ की शिकायत करने स्कूल प्रबंधन के पास पहुंचा तो उन्होने इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। परिणामस्वरूप परिजनो ने इसकी शिकायत कोतवाली में दर्ज कराई है।

शमशान के पास संचालित है विद्यालय

यहां बताना होगा कि शहर से लगभग 8 किमी दूर स्थित ईस्ट्र्न हाईट्स विद्यालय नौहरी क्षेत्र में वहां के वर्षों पुराने शमशान के पास संचालित है जहां आए दिन मुर्दे जलते रहते है। ऐसे में इस विद्यालय में आने वाले बच्चों के मानसिक विकास पर दुष्प्रभाव पड़ता है लेकिन विद्यालय संचालक अपनी मोटी जेबें भरकर विद्यालयों को शमशान के पास से ही जानबूझकर निकालता है। इस तरह कई बार बच्चों भूतप्रेत का शिकार भी हुए है। एक बार एक बच्चो ने तो अपने हाथों से नस को काट लिया था जब विद्यालय प्रबंधन को जानकारी लगी तो उसके हाथ पैर फूल गए। उसके बाद भी विद्यालय प्रबंधन ने अपनी खामियां छुपाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। यही कारण है कि यहां बच्चों के साथ मारपीट होना, आपस में खूरेंजी होना और भी कई तरह के  अचंभित कारनामे इस विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों के साथ होते रहते है। ऐसे में यदि इसे शमशान स्कूल कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति ना होगा।

बालिका का कट चुका है हाथ

आज से लगभग दो-ढाई माह पूर्व भी ईस्टर्न् हाईट्स विद्यालय में एक अजीबो-गरीब घटना सामने आए थी जहां एक बालिका का हाथ खून से लथपथ था और वह बेहोश थी जब एक बालक ने उसे इस अवस्था में देखा तो विद्यालय प्रबंधन को सूचना दी। जिस पर विद्यालय संचालक व प्राचार्य दोनों ने मिलकर ही उस मासूम के साथ जोरदार मारपीट की और पूरा आरोप उस मासूम बच्चें पर डाल दिया। हालांकि डर और भय के कारण वह बच्चा आज तक अपने होश में नहीं है जिससे परिजन भी चिंतित है। ऐसे में इस बार पीडि़त परिवार अपने बच्चे को इस विद्यालय से निकालकर ही राहत की सांस ले सकेगा।