कर्मो से होती है व्यक्ति की पहचान: सिंधिया

शिवपुरी। व्यक्ति के साथ न तो दौलत जाती है और ना ही उसका यश या अन्य कोई सांसारिक उपलब्धि जाती। व्यक्ति के इस दुनिया से जाने के बाद उस व्यक्ति की पहचान केवल उसके अच्छे व बुरे कर्मो से की जाती है।

व्यापारियों के साथ शिवपुरी के विकास की चर्चा में केन्द्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीति से भिन्न आध्यात्मिक और सामाजिक चेहरा पूरी तरह से उजागर हुआ। इशारे-इशारों में उन्होंने राजनेताओं को नसीहत दी और उन्हें राजनीति के मायने बताए। समारोह की अध्यक्षता चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष दीवान अरविंद लाल ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. रामकुमार शिवहरे, तेजमल सांखला, राजकुमार जैन,गणेशीलाल जैन आदि उपस्थित थे।

उत्सव वाटिका में बुधवार की रात समाजसेवी विजय जैन और मृदुल जैन के संयोजन में व्यापारी समाज ने श्री सिंधिया को शिवपुरी के विकास पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया। समारोह में श्री सिंधिया मंच से उतरकर एक-एक व्यापारी के पास पहुंचे और उससे संवाद स्थापित किया। श्री सिंधिया राजनेता से अलग अपनी छवि संसदीय क्षेत्र में कई बार पेश कर चुके हैं। वह यहां कभी लालबत्ती लगी गाड़ी में नहीं चलते और भीषण से भीषण गर्मी में भी उनकी कार का एसी दौरों में हमेशा बंद रहता है। 

उसी के अनुरूप व्यापारियों की सभा में श्री सिंधिया का आचरण रहा और इसे व्यापारी समाज के वक्ताओं ने खुले मन से स्वीकार किया। देश सवाल खड़े करने से नहीं, बल्कि उत्तर देने से बनता है, लेकिन दुर्भाग्य है कि आज कोई उत्तर देना ही नहीं चाहता। दूसरों को नीचा दिखाना बहुत आसान है, लेकिन क्षेत्र को विकसित करना मुश्किल काम है। जिंदगी नकारात्मकता से नहीं, बल्कि सकारात्मक बातों से चलती है। आज मैंने सांसद के रूप में अपने 12 साल के कार्यकाल में जो भी विकास कार्य किए हैं वह फल है आपके जनसेवक के रूप में मुझे दिए गए आशीर्वाद का। यह आशीर्वाद मेरे लिए बड़ी से बड़ी दौलत है। 

प्रारंभ में कार्यक्रम के आयोजक विजय जैन ने स्वागत भाषण दिया। वहीं गणेशीलाल जैन, मोहनमधुर गुप्ता, राजकुमार जैन जड़ीबूटी वाले, मृदुल जैन, कपिल जैन, विष्णु अग्रवाल, समीर गांधी, प्रमोद गर्ग आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन राकेश जैन आमोल ने किया। जबकि आभार प्रदर्शन की रश्म रामकृष्ण मित्तल ने निर्वाह की।