विजयवर्गीय फर्नीचर वालों को लूटने आए डकैत गिरफ्तार

शिवपुरी। कोतवाली थानांतर्गत छत्री रोड़ पर पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे विजयवर्गीय फर्नीचर पर लूट की साजिश रच रहे पांच आरोपियों को पुलिस ने मय हथियारों के गिरफ्तार कर लिया जबकि दो आरोपी अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे।

 बुधवार की देर रात पुलिस अधीक्षक डॉ महेन्द्र सिंह सकरवार को मुखबिर से सूचना मिली कि पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे कुछ हथियारबंद किसी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। उक्त सूचना पर उन्होंने कोतवाली थाना प्रभारी राजेश राठौर को मामले में कार्यवाही के निर्देश दिए। जिस पर से फिजीकल चौकी प्रभारी सुधेश तिवारी मय दल बल के बताए गए स्थान पर दबिश दी तो वहां अंधेरे में कुछ बदमाश दिखाई दिए। पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी कर उन्हें पकडऩे का प्रयास किया तो पांच बदमाश तो पुलिस के हत्थे चढ़ गए जबकि दो बदमाश अंधेरे का लाभ उठाकर नेशनल की ओर भागने में सफल रहे। 

पकड़े गए बदमाशों की शिनाख्त सिद्धार पुत्र शिवचरण रावत निवासी नोहरीकलां, संतोष पुत्र करण सिंह परिहार निवासी गौशाला, सुरेन्द्र पुत्र खचेरू कुशवाह, पिंकी पुत्र बनवारी कुशवाह, मानसिंह पुत्र गंगाराम कुशवाह निवासीगण सीताराम की लावन थाना गोरबीं जिला भिंड के रूप में की गई। बदमाशों ने बताया कि वह दो बत्ती चौराहे पर स्थित विजयवर्गीय फर्नीचर पर लूट की वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एक ३१५ बोर का कट्टा, एक सरिया,  दो कुल्हाड़ी, एक लाठी बरामद की। गिरफ्तार बदमाशों ने फरार आरोपियों की पहचान रज्जो उर्फ राजकुमार निवासी कमलागंज, दीपक ढीमर निवासी कोलारस के रूप में की। पुलिस ने सातों आरोपियों के खिलाफ डकैती की साजिश रचने सहित आम्र्स एक्ट  के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।

वारदात को अंजाम देने थे शातिर बदमाश

पूछताछ के दौरान बदमाशों ने पुलिस को बताया कि सिद्धार पूर्व में हत्या के एक मामले में ग्वालियर जेल में बंद था, तभी भिंड निवासी तीनों बदमाश भी ग्वालियर जेल में ही थे। सिद्धार की वहीं पर तीनों शातिर बदमाशों से पहचान हुई थी, सिद्धार ने तीनों बदमशों को विशेष रूप से लूट की वारदात को अंजाम देने शिवपुरी बुलाया था।