हजारों आदिवासियों ने मांगा अपना हक, निकाली रैली, सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी-लगातार अपनी उपेक्षा और मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे आदिवासी परिवारों ने आज अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर एक विशाल रैली नगर से निकाली। इस रैली में हजारों की सं या में मौजूद आदिवासियों ने अपने हक के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई और विस्थापन के दौरान किए गए सभी वादों की पूर्णता की मांग की।

रैली की अगुवाई कर रहे क्रांतिकारी सहरिया दल के जनक  संजय बैचेन के नेतृत्व में यह विशाल रैली निकाली गई जिसमें ना केवल महिला-पुरूष वरन मासूम बच्चों ने भी अपनी मांगों के लिए सड़कों पर उतरकर आन्दोलन किया। रैली देखकर लोग भी हतप्रभ नजर आए। अपने हक की लड़ाई त ितयों के माध्यम से बताते हुए यह आदिवासीजन रैली के द्वारा जन-जन के बीच अपना यह संदेश सुनाते नजर आए। यह रैली अमोला बस स्टेण्ड से प्रार ा होकर शिवपुरी आई और शहर के मु य मार्गों से होती हुई कलेक्टोरेट परिसर में पहुंची। जहाँ ग्रामीणों द्वारा कलेक्टर आर.के. जैन को ज्ञापन सौंपा गया। 

-यह हैं प्रमुख मांगें-

अमोला के विस्थापितों द्वारा अपनी जिन ज्वलंत मांगों को लेकर यह ज्ञापन सौंपा जाएगा उनमें विस्थापितों को अपनी पंचायत की मांग, विस्थापितों को बांटे गए प्लॉटों का मालिकाना हक, विस्थापन के दौरान बेरोजगार हुए विस्थापितों का एक उद्योग धंधा, विस्थापन दौरान बांटे गए मुआवजे के विरोध में कुछ लोगों ने कोर्ट की शरण ली है उन्हें जीत हासिल हुई और प्रत्येक को मिले मुआवजे के अतिरिक्त डेढ़ और दो ला ा का मुआवजा अधिक दिया गया (सीधे साधे गरीब लोग) जो कोर्ट की शरण में नहीं जा सके उनका मुआवजा कहां गया, सबको उनका हक मिलना चाहिए, विस्थापन दौरान विस्थापित स ाी लोग निर ाूमि और बेरोजगार हो गए हैं, स ाी लोगों का बीपीएल राशनकार्ड बनवाए जाना, विस्थापन दौरान पुनर्वास नीति के अनुसार कुछ लोगों को जो राशि 3 किश्तों में मिलना थी वो एक किश्त में दी गई है। कुछ लोगों को एक ाी किश्त नहीं मिली है, अनुदान राशि की किश्त हर एक साल के अंतराल में मिलनी थी जो नहीं मिली है, शासन द्वारा प्रत्येक परिवार को पांच पांच बीघा जमीन देने का आश्वासन दिया गया था जो नहीं दी गई आदि समस्यायें प्रमु ा हैं।