खबर का असर: भ्रष्टाचार के आरोपी शर्माजी हटाए गए

शिवपुरी। जिला पंचायत में तमाम योजनाओं को इधर से उधर और प्रमोशन के बाद भी अपने मूल विभाग में वापस ना जाने को मामले को शिवपुरीसमाचार.कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस मामले की शिकायत जब जिला पंचायत में पहुंची तो आखिरकार सीईओ मधुकर अग्नेय को पंचायत प्रकोष्ठ प्रभारी(परियोजना अधिकारी) के के शर्मा को उनके प्रभार से हटाकर मूल विभाग में वापस भेज दिया।

यहां बताना होगा कि शिवपुरीसमाचार.कॉम ने प्रमुखता से गत दिवस ही समाचार प्रकाशित किया था कि 'आखिर क्यों नहीं हटाए गए जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी' इस खबर का आशय यह था कि जिला पंचायत के पंचायत प्रकोष्ठ और परियोजना अधिकारी के के शर्मा का प्रमोशन व मूल विभाग में जाने के आदेश हुए तब भी वह अपने विभाग में नहीं गए।

इस मामले को जिला पंचायत के साधारण सभा के सम्मेलन में जिला पंचायत सदस्य सतीश फौजी ने उठाया था और उन्होनें लिखित व मौखिक रूप से इन अधिकारियों के मूल विभाग में जाने को लेकर हंगामा भी किया था। देर-सबेर आखिकार जिला पंचायत सीईओ न इस मामले में तत्परता दिखाई और केके शर्मा को मूल विभाग में भेजकर एमडीएम का प्रभारी दिया।

इसके बाद भी अभी भी दो और परियोजना अधिकारी सुरेन्द्र शरण अध्वर्यु और वी के शर्मा इस विभाग में पदस्थ है जिनके भ्रष्टाचार की शिकायतें भी की गई है। ऐसे में अब आशा जताई जा रही है कि इन अधिकारियों पर भी जिला पंचायत सीईओ अपनी गाज गिरा सकते है और इन्हें इनके प्रमोशन के साथ ही मूल विभाग में रवानगी दें। लेकिन कब तक यह कह पाना मुश्किल है।