अंतत: अकडू सीईओ को मांगनी पड़ी माफी, वो भी आमरास्ते पर आकर

शिवपुरी। जिला पंचायत के अकडू सीईओ को आज बुरी तरह मुंह की खानी पड़ी। जिला पंचायत को अपनी प्राइवेट प्रॉपर्टी समझने की भूल करने वाले सीईओ को मीडिया से उलझना भारी पड़ गया। जबर्दस्त हंगामे और भारी प्रेशर के बाद अंतत: सड़क पर आकर मीडियाकर्मियों के सामने सीईओ ने हाथ जोड़कर माफी मांगी।

आज जिला पंचायत की सभा में जैसे ही बैठक का श्री गणेश हुआ। अचानक जिला पंचायत सीईओ की मधुकर अग्नेय पर भ्रष्टाचार व हठधर्मिता के मामले को लेकर जिला पंचायत सदस्य सतीश फौजी बन बैठे। अपनी इस कार्यप्रणाली की पोल खुलते देख सभाकक्ष में बैठे मिडिय़ाकर्मीयो को सीईओ ने बहार जाने को कहने लगे। सीईओ की इस अभद्रता पर मीडिय़ा कर्मी आक्रोशित हो गये।

वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष जण्डेल सिंह गुर्जर व जिला पंचायत सदस्य सतीश फौजी ने भी बैठक का बहिष्कार किया और बैठक छोड़ कर बाहर आ गए। सीईओ की इस अभ्रदता पर मीडियाकर्मियो ने उनके खिलाफ जिला पंचायत परिसर में ही नारेबाजी कर दी और उनके खिलाफ कलेक्टर आरके जैन से कार्रवाई करने की मांग की। इसके बाद करीब 20 मिनिट के हंगामे के बाद कलेक्टर श्री जैन के हस्पक्षेप के बाद सीईओ श्री अग्नेय ने हाथ जोड़कर सभी मीडियाकर्मियो से खुद के किए पर शर्मिदा होते हुए मांफी मांगी।
मीडियाकर्मियों को बाहर जाने का फरमान सुनाते सीईओ

वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने भी बैठक को निरस्त कर दिया। बैठक में मौजूद कई जिला पंचायत सदस्य सीईओ से यह कहते हुए उनका विरोध करते हुए देखे गए कि उन्हें बैठक होने के संबंध में कोई लिखित सूचना नहीं दी जाती।

आखिर क्यों विफरे सीईओ

बैठक शुरू होते ही जिला पंचायत सदस्य सतीश फौजी ने जब खनियाधाना के उपयंत्री श्री भदौरिया के निलंबन  का कारण पूछा तो सीईओ ने कहा कि बैठक में अभी यह सवाल पूछने का समय नहीं है। बाद में जिला पंचायत उपाध्यक्ष जण्डेल सिंह गुर्जर ने सीईओ श्री अग्नेय से कहा कि सरपंच व सचिव के खिलाफ एफआईआर के निर्देश तो आप कर देते है लेकिन उन पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं होती। इसके अलावा हरवीर सिंह रघुवंशी ने भी एक मुद्दा उठाया। इन सभी मुद्दो को मीडिया के बीच होने से सीईओ अपनी कलई खुलने के चलते मीडियाकर्मियो पर विफर पड़े।

हर बैठक में मौजूद होते है मीडियाकर्मी

पिछले कुछ वर्षो में जिला पंचायत की बैठके होती है उनमें मीडियाकर्मी मौजूद रहते है। इस बार जब भ्रष्टाचार के मुद्दो पर सीईओ श्री अग्नेय ने ाुद को घिरा देखा तो वे अपने आप पर संतुलन नहीं रख सके और मीडियाकर्मियो से अभ्रदता करते हुए उन्हे बैठक से बाहर जाने की बात कहने लगे। बैठक  में बैठने के नियमों के संबंध में जब सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी ने नियम देखे तो उसमें भी मीडियाकर्मियो के बैठने पर कोई प्रतिबंध नहीं था।

कलेक्टर के हस्तक्षेप पर मांगी माफी

सीईओ द्वारा मीडियाकर्मियो से की गई अभ्रदता की सूचना जब कलेक्टर आरके जैन को मिली तो उन्होने इस मामले में सीईओ के आचरण की निंदा करते हुए इस मामले में सीईओ को मीडियाकर्मियो से मांफी मांगने के निर्देश दिए और तब जाकर सीईओ श्री अग्नेय ने सभा कक्ष से बाहर आकर अपने हाथ जोड़कर मीडियाकर्मियों से मांफी मांगी।