ग्राम रायचंदीखेड़ी में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म

शिवपुरी। भक्त की भक्ति के प्रति ईश्वर सदैव समर्पित रहते है बस आवश्यकता है मन में ईश्वर के प्रति भाव बनाए रखने की, अपने भक्तों पर हमेशा प्रभु करते है और उनकी भक्ति भावना का प्रतिफल उन्हें प्रदान करते है ऐसे आराध्य भगवान की आराधना नित्य प्रतिदिन करना चाहिए ताकि हम भी प्रभु चरणों की धूल में मिश्रित  हो जाऐ,
इस संसार में पापों, दु:खों और विनाश का संहार करने के लिए ईश्वर अवतार लेते है इसलिए कार्य ऐसे करें जिससे ईश्वरीय ज्ञान अर्जित हो तो प्रभु कृपा स्वयं ही प्राप्त हो जाएगी। प्रभु कृपा का यह विस्तृत वर्णन श्रवण करा रहे थे व्यासपीठ से बाल व्यास दीपक कृष्ण गौतम(पिपरसमां वाले)श्रीवृन्दावन धाम, जो स्थानीय ग्राम रायचंदखेड़ी में हनुमान-भगवान शिव-पार्वती मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव प्रसंग का श्रवण करा रहे थे। 

इस अवसर पर कथा आयोजक बाबूलाल रावत पटेल व अखैराज  सरपंच सहित समस्त ग्रामवासी रायचंदखेड़ी के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए सैकड़ों ग्रामीणजन कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे है। कथा में श्रीकृष्ण जन्म को पुण्य लाभ लेेने के लिए राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व ठेकेदार हरज्ञान प्रजापति एवं बृजेश गुप्ता भी स िमलित हुए जहां इन्होंने भी मिलकर कथा श्रवण कर श्रीमद् भागवत पूजन किया और कथा का अमृत लाभ लिया। कथा में जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पाण्डाल झूम उठा और एक छोटी सी टोकरी में अबोध बालक को रखकर पूरे कथा स्थल पर घुमाया गया जहां सभी धर्मप्रेमीजनों ने प्रभुस्वरूप के श्रीचरण छूकर आर्शीवाद प्राप्त किया। इस अवसर पर कथा व्यासपीठ बाल व्यास दीपक कृष्ण ने भगवान की वि िान्न लीलाओं का वर्णन भी श्रवण कराया गया जिसमें बामन अवतार, समुद्र मंथन, गुरू भक्ति आदि पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में वामन अवतार रूपी झांकी भी दर्शनार्थ धर्मप्रेमीजनों के स मुख रखी गई। कथा में ग्राम रायचंदखेड़ी के ही ग्रामीणजन मांगीलाल रावत, मानसिंह, कल्लू रावत बेंटा वाले, गजराज सिंह, साहब सिंह सहित समस्त ग्रामवासी कथा में अपनी सेवाऐं देकर प्रभु भक्ति कर रहे है। कथा के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया।