झूठी FIR के खिलाफ आत्महत्या

शिवपुरी। दामन पर लगे दाग को एक व्यक्ति ने अपने जीवन की समाप्ति के बाद ही धोने में भलाई समझी, क्योंकि जो दाग उस पर लगा वह छेडख़ानी का था पुलिस ने बिना जांच परखे ही व्यक्ति को पकडऩे के लिए दबिश डाली तो वह नहीं मिला और उसके पुत्र को उठा लाई जिससे कू्रद्ध होकर व्यक्ति ने ट्रक के सामने कूदकर अपनी जान दे दी।

अब पुलिस ने इस मामले में छेडख़ानी का आरोप लगाकर मामला दर्ज कराने वाले पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।

विस्तृत जानकारी के अनुसार जिले के करैरा थाना क्षेत्र के रामगढ़ा के बुद्धाराम परिहार ने उसके विरूद्ध दर्ज कराए गए छेड़छाड़ के मामले से दुखी होकर ट्रक के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने झांसी रोड पर दो घंटे तक चक्काजाम किया। बाद में पुलिस ने मृतक बुद्धाराम के विरूद्ध छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराने वाले रामभाऊ परिहार के विरूद्ध भादवि की धारा 306 के तहत आत्महत्या दुष्प्रेरण का मामला कायम कर लिया है।

बताया गया है कि रामभाऊ परिहार ने तीन-चार दिन पूर्व करैरा थाने में मृतक बुद्धाराम के विरूद्ध इस आशय की शिकायत की थी कि उसने उसकी नाबालिग 12 वर्षीय पुत्री के साथ छेड़छाड़ की है। इस पर कल करैरा पुलिस ग्राम रामगढ़ा आरोपी की गिर तारी के लिए पहुंची। लेकिन बुद्धाराम गांव में नहीं मिला। इस पर बताया जाता है कि पुलिस दवाब बनाने के लिए मृतक के पुत्र अजमेर को पकड़ ले गई। इस पर ग्लानिवश बुद्धाराम परिहार ने ट्रक के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। मृतक के परिजनों का कहना है कि बुद्धाराम निर्दोष है और उसके विरूद्ध झूठा मामला कायम कराया गया है। जिससे व्यथित होकर उसने आत्महत्या की। इस मामले में परिजनों के चक्काजाम करने पर पुलिस मौके पर पहुंची और चक्काजाम खुलवाया।