नेता और प्रशासन के अधिकारी मिलकर करा रहे है रेत चोरी

शिवपुरी। करैरा कस्बे से सटी महुअर नदी और गणेश घाट से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बिना परमिशन के चल रहे इस काम से शासन को लाखों रुपए  के राजस्व का घाटा हो रहा है।

करैरा प्रशासन और नेताओं की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की रेत निकालकर नदी को खोखला कर दिया है। इस अवैध कारोबार की जानकारी होने पर भी कार्रवाई न होने से रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं और इनकी दबंगई से आसपास के लोगों में भय है। इसके बावजूद न तो वन विभाग कार्रवाई करता नजर आ रहा है और न ही राजस्व और माइनिंग विभाग के अधिकारी रेत के अवैध उत्खनन पर लगाम लगा पा रहे हैं।

इस बार बारिश के सीजन में महुअर और सिंध नदी में अच्छी-खासी रेत जमा हो गई थी। पानी कम होने के बाद से ही इस पर रेत माफि या की नजर है। विकासखंड से वन क्षेत्र भी सटा हुआ है करैरा के आसपास नदी की रेत पर अवैध कारोबारियों का कब्जा हो गया है।

रेत उत्खनन से सड़कें टूटी
कस्बे से लेकर करैरा क्षेत्र भर की सड़कें अवैध उत्खनन के कारण टूट गईं हैं। क्योंकि वाहनों के ओवर लोड होने की वजह से सड़कें टूट रही हैं जिसके चलते सड़कों के टूटने से भी सरकारी गुल्लक को चपत लग रही है।