कंप्यूटर चालू बंद करना आता नही, टेस्ट में पास हो गए

शिवपुरी। अभी 15 तीनो में पंचायत सचिवो ने कंप्यूटर चालू बंद करना सीखे ही नही और हो गये प्री टेस्ट में पास, जब कंप्यूटर चलाने का ज्ञान है नही तो कैसे करेगें पंचायतो के कामो की फिडिग़। इनके प्रशिक्षण के नाम पर जरूर लाखो रूपयो को बंदर बाट होने की आशंका  के  सामाचार अवश्य मिल रहे है।

शासन की मंशा के अनुरूप मध्यप्रदेश की सभी पंचायते कंप्यूटरी$$कृत होंगी। इसी के चलते सभी ग्राम पंचायत सचिवो को पंचायत के कार्य कंप्यूटर में फीड करने होंगे। इससे प्रदेश सहित शिवपुरी की पंचायतो की मॉनीटरिंग आसानी से की जा सकेगी। इस कारण पंचायत सचिवो के प्रशिक्षण पर मोटी रकम शासन की खर्च की जा रही है।

जिले के आठों विकासखंडों में पंचायत सचिवों को दिया जा रहा कंप्यूटर प्रशिक्षण फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ गया। पोहरी में पूर्ण हुए प्रशिक्षण के बाद सचिवों ने बताया कि 15 में से चार दिन पढ़ाई हुई और परीक्षा में आधे सवालों के जवाब सिखाने वाले ने हल कर दिए। प्री टेस्ट पास कर चुके इन सचिवों को अभी तक कंप्यूटर खोलना भी नहीं आया, जिसे वे खुद स्वीकार कर रहे हैं। शिवपुरी व बदरवास में चल रहे प्रशिक्षण केंद्र की लाइव रिपोर्ट की तो दोनों तरफ सन्नाटा ही मिला। सचिवों को कंप्यूटर प्रशिक्षण देने का ठेका आईसेक्ट ने लिया है, जिसमें प्रशिक्षण के दौरान हर रोज खाना व चाय का खर्चा भी शामिल है।

26 दिसंबर 13 से 8 जनवरी 2014 तक न्यू सिफिनेट इंस्टीट्यूट पोहरी में 30 पंचायत सचिवों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें सभी सचिव प्री टेस्ट पास हो गए। पोहरी में कुल 90 सचिव हैं, दूसरे प्रशिक्षण की तारीख अभी तय नहीं हुई। शिवपुरी सामाचार डॉट कॉम के सूत्रो के अनुसार  प्रशिक्षण में शुरुआत के 4 दिन तक तो कंप्यूटर पाट्र्स के नाम सिखा दिए। उसके बाद तो सिखाने वाले भी आते और बैठ कर चले जाते। हर रोज लगभग 15 सचिव आते थे, लेकिन सीखना-सिखाना सिर्फ चार दिन ही रहा। परीक्षा में 15 सवाल आए थे, जिनमें   टिक लगाना था, आधे सवाल तो सिखाने वाले ने हल कर दिए थे।