अवैध संबंध की शंका को लेकर की थी राहुल की हत्या

शिवपुरी/ देहात थानांतर्गत गत 24 दिसम्बर को कब्रिस्तान रोड़ पर मिली अंधे कत्ल का पर्दाफाश पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार, एसडीओपी एस.के.एस.तोमर के निर्देशन में देहात थाना प्रभारी संजीव तिवारी ने अपनी कार्यकुशलता के चलते किया।
इस मामले में मृतक राहुल की हत्या का आरोपी उसके साथ आखिरी समय में देखा गया सुनील खन्ना निकला। जिसने अपनी पत्नि के साथ मृतक राहुल के अवैध संबंधों की शंका को लेकर इस हत्याकाण्ड को अंजाम दिया और पत्थर से सिर कुचला ताकि कोई पहचान ना सके। लेकिन देहात थाना प्रभारी ने एसपी के निर्देशन में इस मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी को समय रहते पकड़ लिया। 

इस मामले में मृतक के परिजनों भी आरोपी पर संदेह जताकर इस हत्याकाण्ड को अंजाम देने के आरोप लगा चुके थे जिससे पुलिस का शक इस ओर गया और आरोपी सुनील खन्ना से पूछताछ में सारे मामले से पर्दाफाश हो गया। इस मामले को पर्दाफाश करने में देहात थाना प्रभारी संजीव तिवारी, सउनि व्ही.डी.मिश्रा, सउनि बहादुर सिंह एवं प्र.आर.राजेन्द्र.आर.संजय तोमर, सत्यवीर, नरेश यादव, गजेन्द्र आदि का सराहनीय सहयोग रहा। 

मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार एवं एसडीओपी एसकेएस तोमर ने संयुक्त रूप से बताया कि  बीती 24 दिसम्बर को थाना देहात को कब्रिस्तान लुधावली में एक व्यक्ति की लाश मिली थी जिसका सिर कुचला हुआ था जिस पर लाश की पहचान ना होने से उसकी शिनाख्ती करने का प्रयास किया जिसमें उसके भाई ने कपिल ने राहुल पुत्र प्रेम बाथम के रूप में शिनाख्ती की और देहात थाना पुलिस ने अ.क्रं.420/13 पर धारा 302, 34 ता.हि. का कायम कर विवेचना की। 

जिस पर पुलिस ने संदेह के रूप में सुनील खन्ना की तलाश की जो पुलिस से दूर भाग रहा था आखिरकार मुखबिर की सूचना पर 31 दिसम्बर मंगलवार को सुनील शमशान पुलियास के पास होना पाया गया जिस पर पुलिस ने उसे दबोच लिया और पूछताछ में सुनील ने ही राहुल की हत्या करने का जुर्म कबूला। इस हत्या को उसने इसलिए अंजाम दिया था क्योंकि उसे शक था कि राहुल के उसकी पत्नि आरती के साथ अवैध संबंध थे इसी शक के आधार पर उसने राहुल की हत्या कर पत्थरों से सिर कुचल दिया। हत्या करने के बाद राहुल का पर्स, मोबाईल व अन्य सामान झांसी के रक्शा के आसपास फेंका।  इस मामले को लेकर पुलिस थाना देहात की कार्यप्रणाली की कार्यकुशलता के चलते चंद दिनों में ही हत्यारोपी को पकड़ लिया गया।