बड़े ही धूमधाम से मना महाराज का जन्मोत्सव

शिवपुरी। हम सब लोग भूल जाते है कि हम कौन हैं, हम भूल जाते है कि हम आत्मा हैं, हम प्रभू के अंश है, हम चेतन हैं, हमने प्रभू को पाना है, प्रभू के घर वापस जाना है। जो महापुरूष आते हैं, वे हमें समझाते हैं कि हम शरीर नहीं लेकिन आत्मा हैं, प्रभू के अंश हैं और प्रभु को हमें पाना है।
उक्त विचार संत आरसी नरवरिया ने महाराज राजेन्द्र सिंह जी के जन्मोत्सव के अवसर 14 दिसम्बर को शहर के बाबू क्वार्टर स्थित मोहन सोनी के निवास पर आयोजित महाराज जी के जन्मोटसव अवसर पर व्यक्त किये। 

सावन कृपाल रूहानी मिशन के तत्वाधान में संत राजेन्द्र सिंह महाराज का जन्मोत्सव बीते रोज शहर के बाबू क्वाटर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मिशन के सचिव संतोश कुशवाह ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ ध्यान शिविर के साथ हुआ। तदुपरांत ग्वालियर से पधारे आर.सी. नरवरिया ने आध्यात्मिक प्रवचन दिये। इसके उपरांत लंगर का वितरण किया गया। 

कार्यक्रम में श्री नरवरिया ने अपने प्रवचनों में कहा कि मनुष्य जीवन बड़े भाग्य से प्राप्त होता है। मनुष्य जीवन में गुरू का होना अति आवश्यक हैं। बिना गुरू के जीवन अधूरा ही है। एक जन्म माँ की कोख से होता है तो दूसरा जन्म सदगुरू के आर्शीवाद से प्राप्त होता हैं। इस दौरान सैकड़ों धर्मप्रेमीजन व शिवपुरीवासी मौजूद रहे जिन्होंने महाराजश्री के जन्मोत्सव पर अपनी श्रद्धास्वरूप पुष्प अर्पित करते हुए आर्शीवाद प्राप्त किया। कार्यक्रम सभी भक्तजनों के लिए आयोजक मोहन सोनी परिवार एवं भक्तजनों के सहयोग से प्रसाद वितरण किया गया।