औचक निरीक्षण: स्कूलों में ना बच्चे मिले ना मध्याह्न भोजन

शिवपुरी। शनिवार को डीपीसी ने अचानक करीब आधा दर्जन स्कूलों का निरीक्षण किया। अचानक हुए इस निरिक्षण में डीपीसी को स्कूलो में ना तो छात्र मिले और ना ही स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बांटे जाने की कार्यवाही हो रही थी।

कुछ स्कूलों में बच्चों को गणवेश की राशि नहीं मिली। डीपीसी ने लापरवाह शिक्षको व सीएसी का वेतन काटने के अलावा समूह को हटाने के निर्देश बीआरसीसी को दिए।  

क्या देखा और क्या करा डीपीसी शिरोमणि दुबे ने निरिक्षण के दौरान
शासकीय प्राथमिक स्कूल धर्मपुरा में सुबह ग्यारह बजे 110 दर्ज छात्रों में से एक भी छात्र उपस्थित नहीं मिला। स्कूल में रखीं बच्चों की अभ्यास पुस्तिका खाली मिलीं। स्कूल प्रभारी नीलम सिंह गुर्जर तीन दिन से अनुपस्थित मिले। तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।

 प्रावि गोरा में बच्चों का शैक्षणिक स्तर में कमजोर मिला। गणित में बच्चों की स्थिति शून्य मिले। जिसमें शिक्षकों की उदासीनता मानते हुए शिक्षकों के सात दिन के वेतन काटे।

मावि टीला में दर्ज 151 में से 29 बच्चे उपस्थित मिले। शैक्षणिक स्तर बेहद कमजोर पाया। बच्चों को अभी तक साइंस व गणित किट तक नहीं दिखाई गई। स्कूल प्रभारी को नोटिस तथा अतिथि शिक्षक राकेश शर्मा का सात दिन का वेतन काटा जाएगा। समूह हटाने के निर्देश दिए।

प्रावि टीला के प्रभारी जितेंद्र सिंह राणा, अनुपस्थित मिले। यहां 251 में से 73 छात्र उपस्थित मिले। अतिथि शिक्षक गीतांजलि जाटव 9 से 14 तक तथा कल्पना पवैया 14 को अनुपस्थित मिलीं।  ीएसी रामअवतार का सात दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।

प्रावि खैरोना पिछोर में दर्ज 130 में से 25 छात्र उपस्थित मिले। प्रभारी विनोद गुप्ता ने अभी तक गणवेश की राशि बच्चों के खाते में नहीं भेजी। विनोद गुप्ता एवं सीएसी लक्ष्मीनारायण झा का 15 दिन का वेतन काटने तथा समूह को हटाने के निर्देश दिए।

प्रावि सुमैला में 118 में से 11 छात्र उपस्थित मिले। अभ्यास पुस्तिका खाली मिली। मध्यान्ह भोजन नियमित नहीं बंटता। समूह बदलने के निर्देश दिए।