ग्राम पंचायत टोंगरा में अवैध उत्खनन

शिवपुरी- अवैध उत्खनन को लेकर इन दिनों जिले की ग्राम पंचायत टोंगरा के ग्रामवासी परेशान है जो ना केवल इस अवैध उत्खनन से परेशान है बल्कि राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाले अवैध उत्खननकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी कर रहे है।
इन ग्रामवासियों की पुरजोर मांग हैकि यदि आकस्मिक छापामार कार्यवाही कर टोंगर की खण्डा बोल्डर की खदान पर छापा मारा जाए तो अवैध उत्खननकर्ताओं को पकड़ा जा सकता है कई बार ग्रामवासियों द्वारा इन्हें रोकने का प्रयास किया गया लेकिन इनकी दबंगाई के चलते ग्रामवासी भी सबकुछ जानकार चुपचाप है ऐसे में अब ग्राम की सरपंच ने एक साहसिक कदम उठाते हुए इन अवैध उत्खननकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र कार्यवही की मांग की है।

यहां बताना होगा कि आए दिन खदानों पर सरेआम खदान माफिया अपनी दबंगाई के बल पर अवैध उत्खनन कर रहे है। जिले भर में दर्जनों खदानों पर होने वाले इस अवैध कारोबार के बारे में माईनिंग विभाग भी सबकुछ जानकार इस ओर कार्यवाही नहीं कर रहा है जिससे आमजन व ग्रामवासी इन खदा माफियाओं की वजह से डरे सहमे से है। ग्राम पंचायत टोंगरा की सरपंच पुनिया बाई ने एक शिकायती आवेदन तहसीलदार को देकर इन दिनों ग्राम पंचायत टोंगरा की खण्डा बोल्डर की खदान से अवैध रूप से खनिज उत्खनन किए जाने का विरोध किया है और सरपंच पुनिया बाई ने इस मामले में शीघ्र प्रशासन, तहसीलदार व माईनिंग विभाग से कार्यवाही की मांग की है। सरपंच पुनिया बाई ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत टोंगरा की खण्डा बोल्डर एवं मुरम् की खदान जो कि शिवपुरी की सबसे बड़ी खदान है जिसमें से उत्खनन करने हेतु शासन से रॉयल्टी कट्टे स्वीकृत न होने के बाबजूद भी उक्त खदान से ग्राम ठेओसुहारा के विजय धाकड़, गजराज सिंह धाकड़ द्वारा अपने तीन ट्रेक्टरों से उक्त खदान में से शासन की बिना अनुमति के अवैध तरीके से खण्डा बोल्डर एवं मुरम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जिससे ग्राम पंचायत एवं शासन को भारी मात्रा में आर्थिक क्षति पहुंच रही है इसलिए उक्त वाहन व वाहन स्वामी एवं अवैध उत्खननकर्ताओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग ग्राम की सरपंच पुनिया बाई ने की है। इस मामले में शिकायती आवेदन जिला प्रशासन व माईनिंग विभाग को भी सौंपा है।

देखना होगा क्या होगी कार्यवाही?

यूं तो जिले भर में कई स्थानों पर अवैध रूप से पत्थर, फर्सी, मुरम्, बजरी, बोल्डर व अन्य खनिजो का उत्खनन जिले के विभिन्न क्षेत्रो में किया जा रहा है। ऐसे में कई जगह मामले की जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही ना होना विभागीय संरक्षण की संलिप्पतता को उजागर करता है। ऐसे में अब लिखित रूप से शिकायत करने के बाद वन अमला व जिला प्रशासन इस ओर क्या कार्यवाही करेगा, यह भी देखने वाली बात होगी? क्योंकि आए दिन अवैध उत्खनन को लेकर कई लोग शिकायतें कर चुके है लेकिन अपनी ग्राम पंचायत टोंगरा में अवैध उत्खनन को लेकर ग्राम की सरपंच पुनिया का इस तरह खुलकर आना एक बड़ी चुनौती के समान है। ऐसे में तहसीलदार इस ओर क्या कार्यवाही करेंगें ताकि इन अवैध उत्खननकर्ताओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा सके।

अधिकारी करेंगें कार्यवाही या फिर...!

वैसे अधिकांशत: देखा गया है कि जिन खदानों पर अवैध रूप से उत्खनन का कार्य इन दिनों किया जा रहा है वहां जानकारी होने के बाद भी विभाग कार्यवाही नहीं करता। ऐसा एक बार नहीं कई बार हुआ है जहां जिले की तमाम दर्जनों खदानों पर अवैध उत्खनन और खदान माफिया अपने संरक्षण में उत्खनन करते हुए शासन के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे है। ऐसा नहीं है कि माईनिंग विभाग इससे अंजान है बल्कि सबकुछ जानकारी होने के बाद भी यहां कोई कार्यवाही नहीं होती। अब ऐसे में की गई लिखित शिकायत के बाबजूद भी क्या अधिकारी यहां कार्यवाही करेंगें या फिर...।
इनका कहना है-
मैं अभी दो दिन से हाईकोर्ट में था और अभी लौटा हॅंू मुझे पता नहीं है कौन सा कैसा समाचार, कल बात करेंगें।
के.एन.तिवारी
माईनिंग अधिकारी, शिवपुरी