बीपीएल कार्ड बनवाने के नाम पर पटवारी लगा अवैध वसूली में!

शिवपुरी। शासन के नियमानुसार यूं तो बीपीएल कार्डधारी सभी अर्हताओ को पूरा करता है उसका बीपीएल कार्ड बनना चाहिए ताकि वह शासन की योजनाओं का लाभ लेकर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके, लेकिन इन दिनों कई ग्राम पंचायतों में बीपीएल कार्ड बनवाने के नाम पर पटवारी अपने बारे-न्यारे करने में लगे हुए है।

ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत खौरघार का आया है जहां पात्र बीपीएल कार्डधारियों को अपात्र बनाकर उनके कार्ड नहीं बनाए जा रहे जबकि जो इस योजना के पात्र नहीं है उन्हें किसी ना किसी प्रकार से पात्र बनाकर अपात्रों का स्थान दिया जा रहा है। ऐसा एक नहीं बल्कि अनेकों मामले जिले भर में देखने को मिल जाऐंगें। इस संबंध में तहसीलदार शिवपुरी से ग्राम पंचायत खौरघार के ग्रामीणों ने मांग की है कि ग्राम के पटवारी द्वारा इन दिनों जबरन अवैध वसूली की जा रही है और इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की जाए।

बताया गया है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद स्वयं शासन और प्रशासन पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से कार्य करना चाहता है ऐसे में सर्वाधिक लाभ हितग्राही बीपीएल कार्डधारी होते है जो शासन की हरेक योजना का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बनना चाहते है बाबजूद इसके उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है क्योंकि उनके बीपीएल कार्ड बनाने वाले पटवारी ही कार्ड बनाने के नाम पर अवैध उगाही में जुटे हुए है। 

सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत खौरघार में कई ग्रामीणों के बीपीएल सूची में नाम होने के बाबजूद भी उनके कार्ड नहीं बनाए जा रहे है जबकि उनके सभी दस्तावेज और वास्तविकता में भी वे बीपीएल कार्ड की योग्यता में है लेकिन यहां पटवारी अपने हिसाब से जानकारियंा भरकर शासन को गुमराह कर रहा है जिसमें अपात्रों के नाम जोड़कर पात्र बता रहा है। यूं तो बीपीएल कार्डधारी के पास कोई भी जमीन नहीं होना चाहिए लेकिन बताया गया है कि कई बीपीएल कार्डधारी ऐसे है जिन पर पर्याप्त जमीन है और वह असल हकदार भी है ऐसे में पात्र बीपीएल कार्डधारी इस योजना से वंचित हो रहे है। 

इस मामले में गाम खौरघार के ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेने की मांग की है ताकि अवैध उगाही करने वाले पटवारी पर कार्यवाही हो सके। ग्रामीणों का आरोप है कि पटवारी द्वारा मनमर्जीपूर्वक अपने हिसाब से बीपीएल कार्ड बनाए जा रहे है जबकि इनकी वास्तविकता की जांच की जाए तो पटवारी पूरे मामले में फंस सकता है इसलिए खौरघार के पटवारी द्वारा बनाए गए सभी बीपीएल कार्डधारियों की जांच हो और दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाए। अब देखना होगा कि प्रशासन इस ओर क्या कार्यवाही करेगा?