विद्यालयीन बच्चों के बीच पहुंचे परमानन्दगिरिजी जी महाराज, दिया आर्शीवाद

शिवपुरी। अखण्ड परम धाम सेवा समिति के तत्वाधान में चल रहे भक्ति योग वेदान्त एवं संत सम्मेलन में आचार्य महामण्डलेश्वर युगपुरूष स्वामी परमानंद गिरिजी महाराज ने आज अपने आर्शीवचनों में कहा कि काह न काऊ सुख दु:ख कर दाता, निजकृत कर्म भोग सब ताता। अर्थात् प्रत्येक कर्म के पीछे अपना ही कर्म होता है भवितव्यता को कोई मिटा नहीं सकता।
महाराश्री ने कानपुर की एक घटना का भी संस्मरण सुनाया और कहा कि एक मॉं के पुत्र को उसके साथी गंगा नहाने ले गए, वह डूबकर मर गया, लोग साथियों को दोष दे रहे थे कि साथी लिवा ले गए इसलिए डूब गया, पर उसकी मॉं ने एक बार भी साथी लड़कों को दोषी नहीं माना। मॉं ने एक बार भी साथी लड़कों को दोषी नहीं माना, मॉं ने कहा यही होनी थी, होनहार भक्तिव्यता जैसी मिले सहाय। 

आप न आवे ताहि को ताहि-तहां ले जाऐं। इस अवसर पर कानपुर से पधारे प्रो.प्रेमचन्द्र मिश्र योगिराज ने भी अपने ज्योतिर्वाही प्रवचन में कहा-मानव जन्म भगवत्वप्राप्ति के लिए मिला है। कार्यक्रम के पूर्व महामण्डलेश्वर अनन्त विभूषित परमानन्दगिरिजी महाराज ने अपने चरणपादुकाओं से शहर के लालमाटी फतेहपुर स्थित मदर टेरेसा पब्लिक हाईस्कूल पहुंचकर विद्यालय प्रांगण को सुशोभित किया साथ ही यहां विद्यालय समिति के अध्यक्ष सदाराम शिवहरे व संचालक गजेन्द्र शिवहरे एवं प्राचार्य श्रीमती मीनाक्षी शिवहरे सहित विद्यालय के स्टाफ व बच्चों ने महाराजश्री को चरणवंदन करते हुए आर्शीवाद प्राप्त किया। 

इसके बाद विद्यालय के बच्चों ने मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुति कर अपनी प्रतिभा को महाराजश्री के समक्षत प्रदर्शित किया। जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रार्थना सुनकर महाराजश्री ने छात्र राजवीर धाकड़ को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया। स्वामी बोधानंद जी ने भजन के द्वारा कहा- यह मन अब तक काम था, करता जीवन घात, अब मनुशं हंसा भया, मोती चुग-चुग खात।। बालयोगी स्वामी ज्योतिर्मयानन्द जी ने कहा कि जब मुक्ति की उत्कण्ठा हो तो श्रोत्रिय बृहदनिष्ठ गुरू के पास जाए और गुरू जन्म जन्मान्तर तक के दु:ख से मुक्त कर देगा। गुरू मिला तब जानिए, मिटे मोह सन्ताप, हर्ष शोक व्यापे नहीं, तब गुरू आपै आप।। इस दौरान मंच संचालन का कार्य विदुषी साध्वी चैतन्य सिन्धु ने बड़ी कुशलता से किया। आज कार्यक्रम का समापन है जिसमें अत्याधिक संख्या में धर्मप्रेमी कार्यक्रम में पहुंचकर धर्मलाभ ग्रहण करें। 

कार्यक्रम में के.के.मिश्रा, जे.पी.तिवारी, विनोद शिवहरे, गजेन्द्र शिवहरे, श्रीमती साधना सक्सैना, गजेन्द्र सिंह सोलंकी, अनिल पाराशर, शिवा पाराशर व मदर टेरेसा विद्यालय परिवार के विक्रम रावत, किशन शिवहरे, नन्दकिशोर शर्मा, श्रीमती ज्योति शर्मा, श्रीमती राधा अग्रवाल, कुं.पिंकी आर्य, सतीश कुशवाह, श्रीमती आजमा खान, इन्द्रजीत, योगेश यादव आदि मौजूद रहे।