इंटरसिटी के बंद होने को लेकर चैम्बर ऑफ कामर्स ने जताई आपत्ति, दिए सुझाव

शिवपुरी। ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन नंबर 12197/98 रेल विभाग की अदूरदर्शिता के कारण घाटे में चल रही है। इसी कारण उक्त ट्रेन का रूट परिवर्तित करने पर विचार चल रहा है, लेकिन इससे शिवपुरी, गुना और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों के लिए सीमित रेल सुविधाओं में और कमी आएगी।
यदि इस ट्रेन की समयसारणी में उचित परिवर्तन किया जाए तो यह ट्रेन सबके लिए लाभकारी हो जाएगी। उक्त सुझाव शिवपुरी चेंबर ऑफ कॉमर्स ने रेल बोर्ड के चेयरमैन सहित स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधायक यशोधरा राजे सिंधिया सहित विभिन्न रेलवे अधिकारियों को पत्र लिखकर दिया है।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के मानसेवी सचिव विष्णु अग्रवाल के अनुसार उक्त टे्रन रेल विभाग की अदूरदर्शिता के कारण घाटे में चल रही है। उक्त ट्रेन सुबह 6:15 पर ग्वालियर से चलकर अक्सर निर्धारित समय पर ग्वालियर नहीं पहुंचती और अपने समय पर नहीं चलने के कारण लेट पहुंचती है तथा वापिसी में भी लेट हो जाती है। ग्वालियर पहुंचने के समय से दो-तीन घंटे रोज लेट पहुंचती है। 

इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए रेल विभाग से इसके समय में परिवर्तन करने की मांग काफी समय से की जा रही है, लेकिन आश्वासन मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। श्री अग्रवाल ने सुझाव दिया है कि इस ट्रेन को सुबह 4:45 पर ग्वालियर से चलाया जाए तथा दोपहर 11 बजे उक्त ट्रेन भोपाल पहुंचे। भोपाल से 4 बजे चलकर रात 10:30 बजे ग्वालियर पहुंचे। 

जिससे दिल्ली जाने के लिए यात्रियों को कनेक्टिंग ट्रेन मिल सके। इससे ट्रेन ग्वालियर और भोपाल के बीच पडऩे वाले स्टेशनों से ग्वालियर और भोपाल स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों के लिए लिंक टे्रन के रूप में काम करेगी तथा सुविधानुसार होने से पूरी ट्रेन फुल चलेगी एवं नागरिकों को भी सुविधा मिलेगी। दूसरा सुझाव यह है कि उक्त ट्रेन को रात्रिकालीन भी किया जा सकता है। जिससे भी टे्रन इंदौर इंटरसिटी के समान फुल चलेगी।

बंद होने पर होगा आन्दोलन

नागरिकों ने ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन के रूट बदले जाने का विरोध किया है। कांग्रेस और भाजपा के सभी नेताओं ने एक स्वर में जनता के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि यदि उक्त ट्रेन का रूट बदला गया तो पूरे इलाके में एक जबर्दस्त जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। तर्क दिया गया है कि ग्वालियर से भोपाल जाने के लिए झांसी-बीना होते हुए अनेक गाडिय़ां चल रही हैं। जिससे इस लाइन पर बहुत ज्यादा ट्रेनें होने से ट्रेफिक में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर से बाया शिवपुरी, गुना रूट को डवलप किया जा रहा है, लेकिन अब रूट बदले जाने की मांग बिल्कुल भी न्यायोचित नहीं है।