नेशनल पार्क की जमीन पर दबंगों का कब्जा

शिवपुरी। जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सिंघारई में कुछ लोगों द्वारा वन भूमि पर कब्जा कर वर्षो से खेती की जा रही थी।
प्लांटेशन हेतु वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा कराये गए सर्वे के आधार पर भूमि का अधिग्रहण न करते हुए ग्राम के दबंगों से वन विभाग के अधिकारियों द्वारा सांठगांठ कर लाखों रूपए उन्हें भूमि से वेदखल न करते हुए गरीब किसानों को वेदखल कर दिया गया है। नागरिकों द्वारा एक बार पुन: वन भूमि का सर्वे कराकर अधिकग्रहण करने की मांग की है।

ग्राम सिंघराई निवासी रामनिवास यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंघारई में वन विभाग की भूमि पर प्रस्तावित प्लांटेशन हेतु प्रशासन द्वारा तीन बार सर्वे उपरांत भूमि चिन्हित की है जिसके क्रम वन विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों द्वारा समस्त छोटे किसानों जो कि वन भूमि पर अनेक वर्षो से कृषि कार्य कर अपने परिवारों का जीवनयापन करते थे, को भूमि से बेदखल कर दिया गया है लेकिन एक मात्र बडे किसान रणवीर सिंह यादव पुत्र चिमनसिंह यादव द्वारा रेंजर श्री उपध्याय को 2 लाख रूपये दे देने के कारण उसे उसकी काबिज 15 बीघा भूमि से बेदखल नहीं किया गया है तथा उसकी भूमि को उसे ही सौंप दिया गया है जिस पर वह काबिज है तथा कृषि कार्य कर रहा है। 

उक्त भेदभाव व अन्यायपूर्ण कार्यवाही से बेदखल किये गये कृषक व्यथित है एवं उनके परिवारो के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या आ खडी हुई है लेकिन रणवीर सिंह यादव ने अपने धनबल व वन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की सांठगांठ से उसकी कब्जे वाली भूमि को सुरक्षित कर दिया है। इस सम्बन्ध में वन विभाग के अधिकारियों से निवेदन किया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। उक्त मामले में निष्पक्ष जांच करवाते हुए दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करवाने एवं सभी के साथ एसमान नीति का पालन किये जाने हेतु शिकायती आवेदन प्रस्तुत किये गये है।