मॉडल अस्पताल में मरीजों की भीड़ लेकिन डॉक्टर नदारद

शिवपुरी। प्रदेश स्तर पर मॉडल अस्पताल सूची में शिवपुरी अस्पताल का नाम जब से जुड़ा है तब से लेकर लोग असुविधाओं का सामना कर रहे हैं। कहीं अस्पताल से डॉक्टर नदारत रहते हैं तो कहीं अस्पताल में मौजूद स्टॉफ का अभद्रता मरीजों और उनके परिजनों को सहन करनी पड़ती है तो कहीं मरीज जमीन पर लेटे हुए नजर आते हैं।

गंदगी का अंबार जहां लोगों के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा रहा है। वहीं डॉक्टरों की मनमानी और लापरवाही भी लोगों को खतरा पैदा करने में लगी हुई है और कई लोगों ने डॉक्टरों की लापरवाही के कारण अपनी जान भी गवा दी है।

यहां उल्लेख करना प्रासांगिक होगा कि शिवपुरी अस्पताल का प्रशासन इतना लापरवाह है कि उन्हें न तो अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी है और न ही उन्हें दवाओं का ज्ञान है। अभी हाल ही में एक युवक को आंख की दवा के स्थान पर निशुल्क दवा वितरण केन्द्र से नाक की दवा दे दी गई थी। इससे पहले भी डॉक्टरों की लापरवाही के कारण कई लोग मौत के आगोश में समा गए और कई बार मरीजों के परिजनों के गुस्से को भी डॉक्टरों ने सहन किया, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी कार्यप्रणाली जस की तस बनी हुई है। विगत दो दिन पहले बदरवास से अटैक आने के बाद शिवपुरी रैफर किए गए एक मरीज को डॉक्टरों ने चैकअप के बाद एक्सरा लिख दिया, लेकिन उस मरीज का एक्सरा इसलिए नहीं हो सका, क्योंकि एक्सरे रूम में पिछले तीन दिनों से एक्सरे फिल्म नहीं थी और एक डॉक्टर ने उन्हें सलाह दी कि वह बाजार से एक्सरा कर लें। बाद में मजबूरीवश मरीज के परिजनों ने प्राइवेट एक्सरा करवाया। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। जिला अस्पताल का आलम यह है जहां गंदगी ने अपने पैर पसार लिए हैं। वहीं अव्यवस्थाओं के कारण मरीज परेशान होते नजर आ रहे हैं। डॉक्टर अपनी कुर्सियों से नदारत रहते हैं और मरीज डॉक्टरों की खोज में इधर-उधर घूमते नजर आते हैं।

जननी एक्सप्रेस भी असुरक्षित

प्रदेश सरकार द्वारा प्रसूता महिलाओं के लिए शुरू की गई जननी एक्सप्रेस की सुविधा शिवपुरी जिले में सफल नहीं हो सकी। जहां जननी एक्सप्रेस के चालकों और ठेकेदारों की मनमानी के कारण कई प्रसूताओं का तो जननी एक्सप्रेस न पहुंचने के कारण कहीं टेम्पो तो कहीं अस्पताल के दरवाजे पर प्रसव हो गया। विगत दिवस जननी एक्सप्रेस में आग लग जाने से एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। क्योंकि जननी एक्सप्रेस एलपीजी गैस से चलाई जा रही थी।